रांची: पलामू जिले में भी फर्जी दस्तावेज का उपयोग कर बहुत सारी महिलाएं मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रही है। ऐसी महिलाओं को चिन्हित करने का काम शुरु हो गया है। पलामू के डीसी शशि रंजन ने जांच का आदेश दिया है।
पलामू के उपायुक्त शशि रंजन ने सामाजिक सुरक्षा विभाग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) को जांच को करने का आदेश दिया है। सभी बीडीओ को निर्देश दिया गया है कि टीम गठित कर हर पंचायत के महिलाओं की डाटा सूची और कागजात की जांच करें। आदेश के बाद सभी प्रखंडों के बीडीओ ने अपने-अपने प्रखंड में महिलाओं की डाटा की सत्यापन का काम शुरु कर दिया है। एक अधिकारी के अनुसार इस योजना का लाभ लेने के लिए कई महिलाओं ने गलत दस्तावेज का सहारा लिया है।
इसकी शिकायत मिलने के बाद जांच की जा रही है। पलामू जिले में में 3 लाख से अधिक महिलाओं को मंईयां समान योजना का लाभ मिल रहा है। सभी के खाते में 2500 रुपए कि पहले किस्त भी पहुंच गई है। जल्द ही दूसरी किस्त भी सभी के खाते में भेजी जायेगी।जानकारी के मुताबिक अगर कोई महिला गलत तरीके से लाभ ले रही हैं और जांच में उनका नाम सामने आता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। साथ ही महिलाओं के राशि की वसूली भी की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि डाल्टेनगंज के एक सीएससी केंद्र से फर्जी कागजात तैयार कर बोकारो जिला में महिलाओं को मंईंया सम्मान योजना की राशि दी गई। यूसुफ और सूफनी खातून दोनों ने पलामू के सीएससी (प्रज्ञा केंद्र) से आवेदन किया था। सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से लाभुकों के भौतिक सत्यापन के दौरान इसका खुलासा हुआ है।