भारतीय विधि जगत में एक नया इतिहास रचते हुए वरीय अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा लगातार सातवीं बार बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। यह उपलब्धि केवल उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि देशभर के 27 लाख से अधिक वकीलों के विश्वास और समर्थन की मिसाल है। शनिवार को अध्यक्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर सका, जिससे यह चुनाव पूरी तरह निर्विरोध हो गया। इसके बाद निर्वाची पदाधिकारी, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एल. नरसिम्हा रेड्डी ने उन्हें अध्यक्ष घोषित किया।
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यह एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि BCI के इतिहास में आज तक कोई भी व्यक्ति लगातार दो बार से अधिक अध्यक्ष नहीं बन सका था। सुप्रीम कोर्ट के चर्चित अधिवक्ता राम जेठमलानी भी केवल दो बार ही इस पद पर रहे थे। लेकिन मनन मिश्रा ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए लगातार सातवीं बार यह जिम्मेदारी संभाली है।
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गोपालगंज, बिहार के रहने वाले मनन कुमार मिश्रा ने पटना हाईकोर्ट से अपने वकालत करियर की शुरुआत की थी। अपने तेजतर्रार और प्रभावशाली वकालत शैली के दम पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक का सफर तय किया। उनकी प्रतिष्ठा और वकालत की दक्षता का ही नतीजा है कि आज देशभर के वकीलों ने एक बार फिर उन्हें अपना नेता चुना है। मनन मिश्रा बीजेपी के राज्यसभा सांसद भी हैं, लेकिन उनका सबसे बड़ा परिचय भारतीय विधि समुदाय के सशक्त प्रतिनिधि के रूप में है।
चुनाव जीतने के बाद मनन मिश्रा ने देशभर के वकीलों को धन्यवाद दिया और कहा कि “हम वकीलों के हितों की रक्षा के लिए नए सुधार लाएंगे। अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन किया जाएगा और कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया जाएगा। वकील समाज को और मजबूत करना ही मेरा लक्ष्य रहेगा।”
बार काउंसिल ऑफ इंडिया में तमिलनाडु के एस. प्रभाकरण और दिल्ली के वेद प्रकाश शर्मा उपाध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में हैं। रविवार को इसका परिणाम घोषित होगा।