मामला पटना के धनरूआ प्रखंड के सांडा पंचायत के बासों पीढ़ी गांव का है। जहां प्राथमिक विद्यालय का भवन काफी जर्जर हालत में है। शिक्षक से लेकर छात्रों की जान हमेशा सासंत में बनी रहती है। जहां कभी भी कोई भी अनहोनी हो सकती है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय का भवन जर्जर हालत में है, ग्रामीणों ने सरकार से मांग किया है कि विद्यालय का नया भवन बनाया जाए।

सुधि लेने वाला कोई जनप्रतिनिधि निधि नहीं
वहीं धनरूआ प्रखंड के सांडा पंचायत के सीताचक गांव में ग्रामीण बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि करीब दो सालों से नल जल बंद पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि अब गर्मी का मौसम है तो जल संकट की समस्या है और ऐसे समय में जब शादी ब्याह का भी समय है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी सुधि लेने वाला न तो कोई जनप्रतिनिधि है और न ही कोई अधिकारी। ग्रामीणों की मांग स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि से है कि जल्द से जल्द नल जल को चालू करवाया जाए।