बिहार सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर है और इस साल 20335 करोड़ रुपये का बजट स्वास्थ्य विभाग के लिए आवंटित किया गया है। इस बजट से बिहार में नए अस्पताल खुलेंगे, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा और फिजियोथैरेपिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, पैरामेडिकल स्टाफ सहित हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स का कायाकल्प होगा। यह बातें पूर्व विधान पार्षद एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. रणबीर नंदन ने रविवार को ऊर्जा सभागार, पटना में आयोजित “मेडिकॉन 2025” के उद्घाटन समारोह में कहीं। इस कार्यक्रम का आयोजन ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ एलाइड एंड हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के तत्वाधान में किया गया था।
फिजियोथेरेपी आधुनिक चिकित्सा का अहम हिस्सा – प्रो. नंदन
प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि जब किसी अंग में दवा से सुधार नहीं होता, तब फिजियोथेरेपी ही कारगर साबित होती है। आज लगभग हर बीमारी के इलाज में फिजियोथेरेपी की जरूरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि विधान परिषद सदस्य रहते हुए उन्होंने सरकारी अस्पतालों में फिजियोथेरेपिस्ट की बहाली का मुद्दा सदन में उठाया था, जिसके बाद राज्य में बड़ी संख्या में फिजियोथेरेपिस्ट की बहाली हुई।
बिहार में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा निवेश
उन्होंने कहा कि पीएमसीएच 5000 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में विकसित हो चुका है, जबकि डीएमसीएच में 2500 बेड का अस्पताल बन रहा है। जब बिहार में अस्पतालों की संख्या बढ़ेगी और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा, तब हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की भी बड़ी संख्या में आवश्यकता पड़ेगी।
बिहार में हेल्थकेयर कमीशन की मांग, पीएम मोदी को धन्यवाद
प्रो. नंदन ने देशभर में एलाइड हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के लिए कमीशन गठन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने बिहार सरकार से भी इस तरह का कमीशन गठित करने की मांग की, जिससे 50 से अधिक हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को लाभ मिलेगा।
“बिहार जब विकसित होगा, तभी देश आगे बढ़ेगा”
उन्होंने कहा कि बिहार देश का हृदय है और जब बिहार उन्नति करेगा, तब देश स्वतः विकसित हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश में सबसे पहले फिजियोथेरेपी की नींव बिहार के लाल डॉ. बी. मुखोपाध्याय ने रखी थी, और अब हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को एक नई दिशा देने के लिए बिहार से नई शुरुआत हो रही है।
राज्य के हर प्रखंड और पंचायत में हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की बहाली की मांग
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. ए. के. सोनी और संगठन सचिव डॉ. जे. पी. एस. बादल ने कहा कि इस संगठन का मकसद हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं से जोड़ना और स्वास्थ्य क्षेत्र में उन्हें अधिक अवसर दिलाना है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि सभी प्रखंड और पंचायत स्तर के अस्पतालों में हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की नियुक्ति की जाए और पहले से अनुबंध पर कार्यरत हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की सेवाओं को स्थायी किया जाए।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख हस्तियां
इस अवसर पर दीघा विधायक संजीव चौरसिया, बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुसूदन कुमार, डॉ. उमेश कुमार, डॉ. आकाश सुलभ, डॉ. एन. पी. प्रियदर्शी, डॉ. एन. पी. नारायण, डॉ. राजीव रंजन सिन्हा, डॉ. मिनी आनंद, डॉ. रीना श्रीवास्तव, डॉ. स्वाति कुमारी, डॉ. रुमित गुंजन, डॉ. प्रवीण कुमार साहू, डॉ. विलियम, डॉ. साक्षी गुंजन, डॉ. मृत्युंजय, डॉ. देवव्रत, डॉ. शैलेश सहित बड़ी संख्या में हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स मौजूद थे।