प्रधानमंत्री के 11 साल के का कार्यकाल पूरा होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि “अच्छे दिन आने वाले हैं, हम मोदी जी को लाने वाले हैं” यह गाना शायद नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या जैसे बैंकों के लुटेरों और मोदी जी के दोस्तों अडानी-अंबानी ने लिखा था, क्योंकि यह सिर्फ इन्हीं लोगों के लिए ही चरितार्थ हुआ।
राजेश राम ने कहा कि, बिहार को चुनावी वादों में विकास के पथ पर अग्रसर करने की बात कहने वाले प्रधानमंत्री ने भर भरकर यहां से सांसद जिताएं, लेकिन एक उद्योग तक नहीं स्थापित कर सकें। बीते 11 साल महँगाई और बेरोज़गारी की भेंट चढ़ गए, और हमारे मोदी साहेब बड़बोले भाषण और झूठ की भरमार गढ़ते रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि, बिहार को लगातार छलने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कर्मों से देश के सबसे निकम्मे और कामचोर प्रधानमंत्री बन चुके हैं।
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पूत के पाँव पालने में दिख जाते हैं, मोदी सरकार ने 2014 में सत्ता में कदम रखते ही इस बात का आभास करा दिया था कि यह सरकार किसान, दलित, मजदूर, महिला और ग़रीब विरोधी है। बाकी सभी देशवासी आज एक स्वर में फ़िल्म “आख़िरी दांव” का गाना गा रहे हैं।
“बेदर्दी, धोखेबाज़, झूठा… झूठा!
झूठे से प्यार किया, वादों पर ऐतबार किया।
हम ही नादान थे जो इतना इंतज़ार किया।
झूठे से प्यार किया, वादों पर ऐतबार किया।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि, मोदी सरकार के ग्यारह सालों में देश को किस तरह बदहाल किया गया, उन्होंने बताते हुए कहा कि-
- सत्ता में आते ही किसानों की ज़मीन हड़पने के लिए एक के बाद एक तीन अध्यादेश लाए गए।
- फिर सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर किसानों की समर्थन मूल्य की माँग को ठुकराते हुए स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले को लागू करने से इंकार कर दिया गया।
- नोटबंदी जैसा काला कानून लागू कर देश की एमएसएमई और अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया।
- गब्बर सिंह टैक्स (GST) लागू कर अर्थव्यवस्था को और चौपट कर दिया गया।
- एक के बाद एक बैंक के लुटेरे विदेश भागते रहे, और सरकार मूकदर्शक बनी रही।
- कोविड के दौरान बिना योजना के लॉकडाउन लागू कर मजदूरों को दरबदर की ठोकरें खाने पर मजबूर किया गया।
- कृषि के तीन क्रूर काले कानून लाए गए, जिनका देशभर में तीव्र विरोध हुआ।
- लखीमपुर खीरी में किसानों को जीप से रौंद कर बेरहमी से मार डाला गया।
- दिल्ली में धरना दे रही पहलवान बेटियों को घसीट-घसीट कर पीटा गया।
- पठानकोट, उड़ी, पुलवामा और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों से देश को झुलसाया गया।
- मणिपुर में हिंसा का तांडव आज तक जारी है और केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
- चीन के भारत में अतिक्रमण को लेकर सरकार ने क्लीन चिट दे दी।