मोकामा के जलालपुर गांव में हुए चर्चित अनंत सिंह और सोनू-मोनू गोलीकांड मामले में एक अहम मोड़ आया है। हाईकोर्ट ने मुख्य आरोपी सोनू की जमानत याचिका स्वीकार कर ली है, जिससे उसे बड़ी राहत मिली है। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सोनू जल्द ही भागलपुर जेल से रिहा हो जाएगा। बता दें कि सोनू पर चार से पांच आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें अब सभी में उसे जमानत मिल चुकी है। इससे पहले उसकी जमानत याचिका सिविल कोर्ट ने खारिज कर दी थी।
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वहीं इस मामले के दूसरे आरोपी मोनू अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस न तो उसे गिरफ्तार कर सकी है और न ही पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई के मामले में अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी हो पाई है। सूत्रों के मुताबिक, सोनू की रिहाई के बाद मोनू खुद को कोर्ट में सरेंडर कर सकता है और जमानत की अपील कर सकता है।
क्या है मामला?
पूरा विवाद 22 जनवरी 2025 को जलालपुर गांव के मुकेश सिंह से जुड़ा है। मुकेश, सोनू और मोनू के ईंट भट्ठे में मुंशी के रूप में काम करता था। आरोप है कि मुकेश सिंह पर दोनों भाइयों ने 67 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाया था। इसी विवाद को लेकर सोनू और मोनू ने मुकेश सिंह के घर के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया था।

मुकेश ने इस मामले में अनंत सिंह से मदद मांगी और थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई। इसके बाद अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ जलालपुर पहुंचे और मुकेश सिंह के घर का ताला तोड़ दिया। फिर वे सोनू और मोनू को समझाने के लिए उनके गांव नौरंगा गए। यहीं पर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई। सूत्रों के अनुसार लगभग 70 राउंड गोलियां चलीं, हालांकि पुलिस ने घटनास्थल से सिर्फ 14 खोखे बरामद किए।
घटना के अगले दिन, 23 जनवरी को मुकेश सिंह के घर पर फिर से फायरिंग हुई, जिसमें मुकेश ने दर्जनों राउंड गोली चलने का दावा किया। पुलिस ने इस बार चार खोखे बरामद किए। इस गोलीबारी कांड के दो दिन बाद, 24 जनवरी को पचमला थाना की पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि अनंत सिंह ने उसी दिन बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। गिरफ्तारी के बाद सोनू को पहले पटना जेल भेजा गया और फिर उसे भागलपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया, जहां वह अब तक बंद था।
आगे की स्थिति
अब जबकि सोनू को कोर्ट से राहत मिल चुकी है, पुलिस और प्रशासन की निगाहें मोनू की संभावित सरेंडर पर टिकी हैं। इलाके में अब भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन भारी पुलिस बल की तैनाती से शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। जमानत मिलने के बाद सोनू का अगला कदम और मोनू की गिरफ्तारी या सरेंडर की संभावना पर अब सबकी निगाहें हैं। वहीं, अनंत सिंह की भूमिका को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।