बिहार के मोकामा में शुक्रवार को एक बार फिर तनाव की चिंगारी भड़क उठी। दुलारचंद यादव और बाहुबली नेता अनंत सिंह के समर्थकों के बीच हुई झड़प ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। बताया जा रहा है कि यह घटना उस वक्त हुई जब दुलारचंद यादव के समर्थक शव यात्रा निकाल रहे थे। इसी दौरान रास्ते में दोनों गुटों का आमना-सामना हुआ और बात इतनी बढ़ गई कि देखते ही देखते माहौल हिंसक हो गया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, झड़प के दौरान जमकर फायरिंग और पथराव हुआ। गोली चलने की आवाजों से पूरा इलाका दहल उठा। दुलारचंद के समर्थकों का आरोप है कि अनंत सिंह के गुट ने पहले हमला किया और उनके लोगों पर गोलियां चलाईं। इस अफरा-तफरी में कई लोग घायल हो गए, हालांकि पुलिस ने अभी तक किसी गंभीर घायल या गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।
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घटना की सूचना मिलते ही मोकामा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू करने में जुट गई। देर रात तक इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया ताकि दोबारा हिंसा न भड़के। फिलहाल प्रशासन ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है और जांच शुरू कर दी गई है।
यह झड़प ऐसे समय में हुई है जब मोकामा पहले से ही तनाव के दौर से गुजर रहा है। कुछ दिनों पहले हुई हत्या की वारदात ने इलाके के राजनीतिक और सामाजिक माहौल को पहले ही अस्थिर कर दिया था। इस घटना के बाद से दोनों गुटों के बीच दुश्मनी और खुलकर सामने आने लगी है।
वहीं, इस पूरे मामले पर राघोपुर से राजद उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने राज्य प्रशासन और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि 40 वाहनों का काफिला हथियारों से लैस होकर कैसे घूम सकता है? प्रशासन क्या कर रहा है? चुनाव आयोग अब तक क्यों मौन है? ऐसे माहौल में निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद कैसे की जा सकती है?”






















