संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। इसमें राज्यसभा की कार्यवाही भी शुरू हो गई है। शुक्रवार को सत्र के दौरान उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ खासे नाराज और क्षुब्ध दिखे। उन्होंने कहा कि “आज भारतीय संसद के इतिहास में ऐसा कलंकित दिन है कि विपक्ष के नेता खुद वेल में आ गए हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मैं दुखी हूं, स्तब्ध हूं। भारतीय संसदीय परंपरा इस हद तक गिर जाएगी कि विपक्ष के नेता वेल में आ जाएंगे, उपनेता वेल में आ जाएंगे।” आपको बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा की वेल में चले आए थे।
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चेयरमैन जगदीप धनखड़ की प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद प्रतिक्रिया दी। अपना पक्ष रखते हुए खरगे ने कहा कि “मैंने सदन में 10 मिनट तक हाथ ऊपर करके रखा लेकिन चेयरमैन ने मेरी तरफ नहीं देखा। उन्होंने जानबूझकर मुझे नजरअंदाज करके मेरा अपमान किया। उनका ध्यान खींचने के लिए मैं अंदर(वेल में) गया।”