मुजफ्फरपुर में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें महाकुंभ से लौट रहे एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज SKMCH में चल रहा है। यह हादसा सदर थाना क्षेत्र के मधुबनी मंदिर के पास फोरलेन पर हुआ। मृतकों में मंतारण देवी, बालकृष्ण झा, अर्चना ठाकुर, इंदु देवी और स्कॉर्पियो चालक शामिल हैं।
कैसे हुआ हादसा?
बताया जा रहा है कि बाइक सवारों को बचाने की कोशिश में स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर 5 बार पलटी। हादसे के दौरान गाड़ी की स्पीड 100 किमी प्रति घंटे से ज्यादा थी और एयरबैग नहीं खुला। कार में कुल 9 लोग सवार थे, जो नेपाल के जनकपुर के रहने वाले थे। हादसे के बाद बाइक सवार फरार हो गया।
घायलों की स्थिति
घायलों में सृष्टि ठाकुर, कामिनी झा (28) और मनोहर ठाकुर (26) शामिल हैं। मनोहर ठाकुर नेपाल पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं और उन्हें सीने में गंभीर चोटें आई हैं। हादसे के दौरान कार में एक बच्चा भी था, जो घायल है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
SDPO विनीता सिन्हा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह हादसा बाइक सवार को बचाने की कोशिश में हुआ। दुर्घटना के बाद गाड़ी 3 से 4 बार पलटी और कार में मौजूद एयरबैग नहीं खुल पाए।
स्थानीय निवासी राकेश चौबे ने बताया कि यह फोरलेन नया बना है और अभी पूरी तरह चालू नहीं हुआ है। इससे पहले भी यहां एक बड़ा हादसा हो चुका है।
एयरबैग की विफलता पर सवाल
इस दुर्घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि स्कॉर्पियो में मौजूद दो एयरबैग क्यों नहीं खुले? एयरबैग एक सेफ्टी डिवाइस होता है, जो एक्सीडेंट के समय यात्रियों को बचाने के लिए तुरंत सक्रिय हो जाता है। सरकार ने 2019 में सभी कार कंपनियों को अपने वाहनों में कम से कम दो एयरबैग अनिवार्य रूप से लगाने का आदेश दिया था।
निष्कर्ष
यह हादसा बिहार में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। तेज रफ्तार, अधूरी सड़क निर्माण और सुरक्षा उपायों की विफलता ने इस दुर्घटना को और भयावह बना दिया। प्रशासन को चाहिए कि वह इस घटना की गहराई से जांच करे और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।