रविवार को नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। बीजेपी इसे बार-बार मोदी 3.0 के नाम से प्रचारित कर रही है लेकिन कांग्रेस ने कहा है कि ये मोदी सरकार नहीं एनडीए सरकार है और इस बार एनडीए 3.0 है, क्योंकि भाजपा को बहुमत नहीं मिला है। पवन खेड़ा ने कहा कि पहली बात तो ये कि ये मोदी 3.0 नहीं है, ये एनडीए 3.0 है.. अगर आप मोदी 3.0 कह रहे हैं तो आपको चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार से भी पूछना चाहिए कि क्या वे इसे मोदी 3.0 कहेंगे या एनडीए 3.0 कहेंगे?
जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी को शायद इसका संदेश समझ आ जाए कि जो लोग नेहरू, गांधी परिवार या कांग्रेस पार्टी को गाली देते थे, उन्हें अब जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है और अब पीएम मोदी भी ऐसा करने के लिए मजबूर हैं… जो अनुराग ठाकुर सबसे ज्यादा हिंदू-मुस्लिम की बात करते थे, उन्हें ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। जनता ने जो संदेश दिया है वो शायद अब नरेंद्र मोदी समझ जाएँ और राजनीतिक सभ्यता संस्कृति का निर्वहन करेंगे। शायद वो जनता के संदेश को स्पष्ट सुन रहे होंगे।
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जनता ने बीजेपी को नकार दिया
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट को एक फ़ोटो फ़्रेम में भी बर्दाश्त नहीं करते। जो किसी को एक फ़ोटो फ़्रेम में भी स्वीकार नहीं कर पाते वो गठबंधन सरकार कैसे चलाएगा। पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी अन्य लोगों को साथ लेकर नहीं चल पाएँगे। बता दें कि चुनावी नतीजे आने के बाद से कांग्रेस लगातार कह रही है कि इस बार मोदी सरकार नहीं एनडीए सरकार है और जनता ने बीजेपी को नकार दिया है।
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वहीं उनके तीसरी बार पीएम बनने की जवाहरलाल नेहरू से तुलना पर जयराम रमेश भी कह चुके हैं कि नेहरू के बाद मोदी अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने तीन बार शपथ ली हो – लगातार हो या न हो। अटल बिहारी वाजपेयी ने 1996, 1998 और 1999 में तीन बार शपथ ली थी और इंदिरा गांधी ने 1966, 1967, 1971 और 1980 में 4 बार शपथ ली थी।