दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने चुनाव प्रक्रिया, ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और पारदर्शिता को लेकर उठाए गए सवालों पर सफाई दी। चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
रात में बढ़ते वोटिंग प्रतिशत पर सफाई
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शाम 6 बजे तक वोटिंग प्रक्रिया जारी रहती है। कई मतदान केंद्रों पर इसके बाद भी वोटिंग चलती है। उन्होंने कहा:
- डेटा अपडेट में देरी का कारण: मतदान खत्म होने के बाद ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम तक ले जाने की प्रक्रिया पूरी की जाती है। इसके बाद डेटा को अपडेट किया जाता है, जो शाम 6 बजे के शुरुआती आंकड़ों से अधिक होता है।
- पारदर्शिता पर जोर: सभी आंकड़े सुनिश्चित प्रक्रियाओं के तहत जारी किए जाते हैं।
ईवीएम पर छेड़छाड़ के आरोप खारिज
ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए CEC ने कहा:
- ईवीएम फुलप्रूफ डिवाइस है: उन्होंने कहा कि ईवीएम में वायरस या छेड़छाड़ की संभावना नहीं है।
- सुप्रीम कोर्ट का समर्थन: सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता।
- मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता: ईवीएम को मतदान से पहले तैयार किया जाता है और एजेंटों की उपस्थिति में सील किया जाता है।
मतदाता सूची पर आरोप बेबुनियाद
राजीव कुमार ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने में गड़बड़ी के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध है।
चुनाव आयोग का रिकॉर्ड
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 2020 से 2024 के बीच 21 राज्यों में चुनाव हुए हैं, जिनमें 15 राज्यों में अलग-अलग राजनीतिक दलों की सरकारें बनीं। यह निष्पक्षता की गारंटी है।
दिल्ली चुनाव की तैयारियां पूरी
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। मतदाता सूची के मुताबिक, कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।