2023 के आखिरी चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर को लगा था। इस दिन अयोध्या के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने चंद्रग्रहण लगने के बाद भविष्यवाणी की थी। आचार्य सत्येंद्र दास ने चंद्रग्रहण लगने की वजह से देश-दुनिया में भूकंप की संभावना जताई थी। जिसके बाद भूकंप और चंद्रग्रहण को लेकर लोग तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहे है। साथ ही दोनों के बीच कोई कनेक्शन है या नहीं इसे भी जानने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि ऐसी किसी भी जानकारी मान्यता पर आधारित होने की इनसाइडर लाइव पुष्टि नहीं करता है।
आचार्य सत्येंद्र दास ने की थी भूकंप आने की भविष्यवाणी
आचार्य सत्येंद्र दास ने चंद्रग्रहण के दिन भूकंप आने की संभावना जताई थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि चंद्रग्रहण की वजह से इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर पड़ेगा। किसी पर साकारात्मक तो किसी पर नाकारात्मक।
वहीं भूकंप को ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र उपाध्याय कहते है कि चंद्रमा जल तत्व है जिसकी वजह से चंद्रग्रहण जल और समुंद्र को प्रभावित करती है। चंद्रग्रहण के बाद भूकंप की संभावना ज्यादा रहती है। इसकी वजह है चंद्रग्रहण के वक्त चंद्रमा का पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होना। चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल समुद्री ज्वार को प्रभावित करता है जिसकी वजह से भूकंप का खतरा बढ़ जाता है। इससे पहले भी चंद्रग्रहण के दौरान भूकंप की संभावना जताई गई थी और भूकंप भी आए।
कल देर रात भारत-नेपाल में भूकंप के झटके महसूस हुए
बता दें कि शुक्रवार की देर रात 11.35 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे लोगों में हड़कंप मच गया। दिल्ली-एनसीआर में देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। दिल्ली के साथ यूपी-बिहार समेत नेपाल में भी भूकंप आया है। भूकंप की तीव्रता 6.4 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई। इसका केंद्र नेपाल के जजरकोट में बताया गया है। हालांकि भूकंप से भारत में किसी नुकसान की खबर नहीं है। लेकिन नेपाल में इससे भारी नुकसान हुआ है।