नीट एग्जाम (NEET Exam 2024) दे चुके उम्मीदवार रिजल्ट जारी होने के बाद भी परेशान हैं। परीक्षा में अनियमितता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। देशभर के भावी डॉक्टर भीषण गर्मी में सड़कों पर न्याय की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। देशभर में आन्दोलन हो रहे हैं। नीट परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट समेत सात हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर हुई हैं। अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है। पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर 8 जुलाई को अगली सुनवाई तय कर दी। इस बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्वीकार किया है कि NTA में सुधार की आवश्यकता है।
NEET Exam: ‘परीक्षा माफिया, सरकारी कर्मी और अभ्यर्थी गिरफ्तार…तो फिर से क्यों न हो एग्जाम?’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि NEET के संबंध में 2 प्रकार की अव्यवस्था का विषय सामने आया है। प्रारंभिक जानकारी थी कि कुछ छात्रों को कम समय मिलने के कारण उनको ग्रेस नंबर दिए गए। दूसरा 2 जगहों पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं। मैं छात्रो और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है। जानकारी हमें मिली है, हम सारे विषयों को एक निर्णायक स्थिति तक ले जाएंगे। उसमें जो भी बड़े अधिकारी होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता है। सरकार इस पर चिंता कर रही है, किसी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा उनको कठोर से कठोर दंड मिलेगा।
धर्मेंद्र प्रधान का यह बयान तब आया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने ग्रेस मॉर्क्स पाने वाले 1563 परीक्षार्थियों की दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया है। यह परीक्षा 23 जून को होगी। इसके नतीजे 30 जून तक आएंगे, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने नीट की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। इससे पहले भी नीट के पेपर लीक होने का हवाला देते हुए इसके रिजल्ट पर रोक लगाने की मांग की गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने तब भी नीट के रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।