5 मई 2024 को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2024 की परीक्षा को लेकर पटना में पेपर लीक का मामला सामने आया है. इस मामले में शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अखिलेश कुमार और आयुष राज भी शामिल हैं. जेल में बंद आयुष और अखिलेश ने नियमित जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी.
22 मई को पटना व्यवहार न्यायालय के प्रभारी अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (नवम) की अदालत ने अभियुक्तों की जमानत अर्जी खारिज कर दी. अभियोजन पक्ष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए और जांच अभी जारी होने का हवाला देते हुए जमानत का विरोध किया. वहीं बचाव पक्ष का कहना था कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने आधिकारिक रूप से यह कहा है कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ था, तो फिर उनके मुवक्किलों को गिरफ्तार क्यों किया गया?
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच और परीक्षा रद्द करने की मांग की गई. लाखों मेडिकल छात्रों के भविष्य पर संशय के बादल छाए हुए हैं. वहीं इस पेपर लीक मामले ने पूरे परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर दिया है. यह देखना होगा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होती है और कोर्ट आगे क्या फैसला सुनाती है. साथ ही यह भी देखना होगा कि इस पूरे प्रकरण का देश की मेडिकल शिक्षा प्रणाली पर क्या दूरगामी असर होगा.