कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिससे राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत को चीन को अपना दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं।
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क्या कहा सैम पित्रोदा ने?
सैम पित्रोदा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि चीन से क्या खतरा है। यह मुद्दा हमेशा बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है, क्योंकि अमेरिका का स्वभाव ही दुश्मन खड़े करने का है। अब वक्त आ गया है कि सभी देश मिलकर टकराव से बचें।”
दरअसल, उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात पर सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने कहा कि भारत का रवैया शुरू से ही टकराव वाला रहा है और हमें चीन को दुश्मन मानने की मानसिकता बदलनी होगी।
सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि “जिन लोगों ने हमारी 40 वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को दे दी, उन्हें चीन से कोई खतरा नजर नहीं आता। कोई आश्चर्य नहीं कि राहुल गांधी चीन से डरते हैं और IMEEC की घोषणा से पहले ही BRI पर जोर दे रहे थे।”
तुहिन सिन्हा ने साल 2008 में कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के बीच हुए कथित समझौते को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की चीन के प्रति नर्म नीति उसी समझौते का परिणाम है।
पहले भी विवादों में रहे हैं सैम पित्रोदा
यह पहली बार नहीं है जब सैम पित्रोदा अपने बयानों से विवादों में आए हैं। इससे पहले भी वह कई बार लोकसभा चुनाव, गरीबी, ओबीसी आरक्षण और 1984 के सिख दंगों को लेकर विवादित टिप्पणियां कर चुके हैं।