पिछले दिनों बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों की गोलियों से छलनी हुए नीलेश मुखिया की दिल्ली में मौ’त हो गई है। नीलेश मुखिया को 31 जुलाई को पटना में कुर्जी मोड़ पर गोली मारी गई थी। इस दौरान नीलेश को 7 गोलियां लगी थी। पटना में इलाज कराने के बाद 7 अगस्त को अफरातफरी में एयर एम्बुलेंस के जरिए नीलेश को दिल्ली ले जाया गया, जहां उसका इलाज एम्स में चल रहा था। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
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गर्दन में लगी थीं पांच गोलियां
नीलेश मुखिया को कुल सात गोलियां मारी गई थीं, इसे से पांच गोलियां गर्दन में ही लगीं थी। जबकि एक गोली जबड़े में और एक पैर में लगी थी। इलाज की शुरुआत में ही गोलियां निकाल दी गईं लेकिन हालात में सुधार नहीं होने पर उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया था।
पत्नी हैं वार्ड पार्षद
नीलेश पूर्व में मुखिया रहे हैं और उनकी पत्नी सुचित्रा सिंह अभी पटना नगर निगम के वार्ड नंबर 22 बी की पार्षद हैं। पूरे परिवार को कुछ माह से धमकियां मिल रही थीं। जिसकी सूचना नीलेश मुखिया ने पुलिस को दी थी। नीलेश भाजपा के कार्यकर्ता थे। खुद पर जानलेवा हमला होने का अंदेशा कई महीने पूर्व ही नीलेश मुखिया को लग चुका था। उन्होंने सुरक्षा देने और हथियार के लाइसेंस को लेकर आवेदन भी दिया था। हाल ही में नीलेश पर देवन राय की हत्या का झूठा मुकदमा दर्ज हुआ था। देवन की जगह दूसरे व्यक्ति का शव रखकर उन पर हत्या के आरोप लगाए गए। लेकिन केस दर्ज होने के दो दिनों बाद ही देवन जिंदा वापस लौट आया था।