बिहार में सरकार की साझीदार जदयू और राजद के बीच दूरी आ गई है। दोनों एक दूसरे को धोखा दे रहे हैं। यह आरोप लगाया है भाजपा के विधानसभा में नेता विजय कुमार सिन्हा ने। दूसरी ओर नीतीश कुमार और भाजपा की नजदीकी बढ़ रही है। इस बात का कयास इससे लगाया जा रहा है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच के तनाव के बाद सीएम नीतीश कुमार की राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात हुई। इन दोनों खबरों के बीच बिहार की सियासत अलग ही रंग में दिख रही है।
विजय कुमार सिन्हा ने लगाए आरोप
बिहार विधानसभा में भाजपा के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सरकार की साझेदार पार्टियों जदयू और राजद के बीच खटपट का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि महागठबंधन सरकार में जदयू औऱ राजद के बीच बेहतर संबंध नहीं हैं। दोनों एक-दूसरे को धोखा दे रहे हैं। साथ ही जातीय जनगणना के मुद्दे पर विजय कुमार सिन्हा ने जदयू नेता पर लोगों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भाजपा ने शुरू से ही जातिगत जनगणना का समर्थन किया है।
सीएम-राज्यपाल की मुलाकात
दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार, 23 अगस्त की शाम राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच 15 मिनट से अधिक देर तक बात हुई है। शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच कुलपतियों की नियुक्ति और विश्वविद्यालयों के संचालन के मुद्दे पर चल रही तनातनी के बीच सीएम व राज्यपाल की मुलाकात ने भी नए राजनीतिक कयासों को जन्म दिया है। शिक्षा विभाग राजद कोटे से मंत्री चंद्रशेखर के पास है। ऐसे में सीएम अगर राजभवन की बातों को मानते हैं तो भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा के जदयू-राजद में खटपट वाले आरोप को बल मिल सकता है।