Bihar Politics: बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने पटना में मीडिया से बात करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और विशेष मतदाता पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने विपक्ष के हंगामे को ‘बिना कारण का शोर’ करार देते हुए कहा कि यह सब कुछ आगामी चुनावों को देखते हुए एक ‘राजनीतिक प्रोपेगेंडा’ है।
विजय चौधरी ने कहा कि 22 साल पहले भी इस तरह की प्रक्रिया एक महीने में पूरी की गई थी। अब जब चुनाव नजदीक है, तो विपक्ष को मुद्दा नहीं मिल रहा, इसलिए बेवजह हंगामा कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अंतिम सुनवाई के लिए 12 और 13 अगस्त की तारीख तय कर दी है। जब मामला सुप्रीम कोर्ट में है और पहले ये प्रक्रिया हो चुकी है, तो अब विरोध किस बात का?
मंत्री ने दावा किया कि पूरे राज्य में 22 लाख मृत मतदाता, 25 लाख ऐसे लोग जो अपनी जगह पर नहीं पाए गए और 9 लाख मतदाता जो ट्रेस नहीं हो सके, सामने आए हैं। विपक्ष को अगर लगता है कि ये आंकड़े गलत हैं, तो वो खुद जाकर जांच कर ले। अगर ये लोग सच में जीवित हैं, तो फिर फर्जीवाड़ा उजागर होगा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूरे मतदाता पुनरीक्षण अभियान को अल्पसंख्यकों की ओर जबरन मोड़ने की कोशिश की जा रही है। यह एक घृणित राजनीतिक मंशा का परिणाम है। मंत्री विजय चौधरी ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है कि कोई भी वाजिब मतदाता सूची से बाहर न हो। लेकिन विपक्ष केवल भ्रम फैला रहा है और विकास की बात करने पर भी उसे एनडीए का प्रचार समझ लेता है।
विपक्ष को आतंकियों की जानकारी कैसे?
लोकसभा में तीन संदिग्ध आतंकियों के मारे जाने को लेकर हो रहे हंगामे पर बोलते हुए मंत्री विजय चौधरी ने एक और बड़ा सवाल उठाया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जो तीन लोग मारे गए, वे आतंकवादी थे। अगर विपक्ष यह दावा कर रहा है कि वे निर्दोष थे, तो इसका मतलब उन्हें उन लोगों के बारे में व्यक्तिगत जानकारी थी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर विपक्ष को जानकारी है, तो सबूत दे। भारत सरकार के पास सबूत है, तभी गृह मंत्री ने ऐसा बयान दिया है। बिना सोच समझे आरोप लगाना विपक्ष की आदत बन चुकी है।
चिराग पासवान के बयान पर जवाब
वहीं लोजपा आर अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवालों पर विजय चौधरी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बिहार में अगर घटना होती है तो तुरंत कार्रवाई की जाती है। अपराधियों को पकड़ा जा रहा है। सुशासन की यही पहचान है- अपराध पर सख्त नियंत्रण। चिराग ने हाल ही में बयान दिया था कि उन्हें अफसोस है कि वे ऐसी सरकार को समर्थन दे रहे हैं जहाँ अपराध बेलगाम हो गया है। इस पर विजय चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार की पहचान ही सुशासन है और हम अपराध को गंभीरता से लेते हैं। जो हो रहा है, उस पर तुरंत कार्रवाई होती है।