बिहार की राजनीति में पिछले कुछ दिनों में बिना चुनाव ही विधायक कम हुए और बढ़े हैं। मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के तीनों विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया। सहनी का साथ छोड़ने वाले BJP में शामिल हो गए हैं। अब मुकेश सहनी के अगले राजनीतिक कदम का सबको इंतजार है। संभावना दिख रही थी कि लालू गान गाते हुए मुकेश सहनी राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन की ओर चले जाएंगे। लेकिन अब वहां राबड़ी देवी ने अपना वीटो लगाकर रोक दिया है। तो मुकेश सहनी अब करेंगे क्या, यही सबसे बड़ा सवाल है।
‘RJD को नहीं है सहनी की जरूरत’
मुकेश सहनी खुद को मल्लाह जाति का सबसे बड़ा नेता मानते हैं। अपनी जाति के वोट की राजनीति खुलकर करते हैं। लेकिन राजद की ओर उनके झुकाव को राबड़ी देवी ने यह कह कर झिड़क दिया है कि राजद में सहनी समाज के कई नेता हैं। राबड़ी देवी ने साफ कर दिया है कि मुकेश सहनी महागठबंधन का हिस्सा थे। उन्हें यहां से हमलोगों ने नहीं भगाया है। बल्कि वे खुद छोड़ कर गए हैं। मुकेश सहनी की कोई जरूरत राजद को नहीं है।
अब एक ही रास्ता!
एनडीए से मुकेश सहनी को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। विपक्ष में राबड़ी देवी ने मुकेश सहनी के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है। ऐसे में अब मुकेश सहनी के पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है कि वो चिराग के करीब आ जाएं। हालांकि यह गठजोड़ भी मुश्किलों से ही भरा है। क्योंकि अभी खुद चिराग की लाइन क्लीयर नहीं है। भाजपा के समर्थन का दम अभी भी चिराग भरते हैं लेकिन नीतीश से उनकी बेरुखी है। दूसरी ओर मुकेश सहनी भाजपा को पानी पी कर कोस रहे हैं और नीतीश को अपने मंत्रीपद का कस्टोडियन बना दिया है।