पूर्वोतर के कुछ राज्यों में छोड़कर पूरे देश में सीएए लागू हो गया है सीएए को लेकर विपक्षी दलों के कई नेता इसका विरोध कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के उद्देश्य से लोकसभा चुनाव से पहले सीएए को लागू किया है। विपक्ष के इस आरोप का केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने जवाब दिया है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि ममता बनर्जी हो, केजरीवाल हों या ओवैसी हों सबके पेट में दर्द हो रहा है लेकिन सबकी दवा अलग-अलग है और सबका रोग भी अलग-अलग है। अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि पाकिस्तान के लोगों को नागरिकता दी जा रही है लेकिन उन्हें यह पता नहीं है कि ये पाकिस्तान के लोग नहीं हैं बल्कि भारतवंशी हैं। वोट की लालच में ये लोग भारतवंशियों की दुर्दशा को नहीं समझ पा रहे हैं।
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‘भारत में आए तो जेल जाने को तैयार है लेकिन पाकिस्तान नहीं’
गिरिराज सिंह ने कहा कि हमें मालूम है कि चार-पांच साल पहले कुछ लोग वीजा लेकर तीर्थ के नाम पर भारत आए थे, उनका वीजा खत्म हो गया था लेकिन ये लोग जेल जाने को तैयार थे लेकिन पाकिस्तान नहीं लौटना चाहते थे। क्या ऐसे हिंदुओं को पाकिस्तानी कहा जा सकता है। ये शरणार्थी हैं और अगर इन शरणार्थियों को भारत में जगह नहीं मिलेगी तो कहां मिलेगी। अफगानिस्तान से जो सिख समुदाय के लोग आए, उन्हें भारत में नहीं मिलेगा तो कहां शरण मिलेगा।
‘वोट की लालच में औवैसी जैसे लोग देश की एकता को भूल गए’
असदुद्दीन ओवैसी पर हमलावर होते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि इनका दर्द अलग है, ममता बनर्जी और केजरीवाल का दर्द एक है। वोट की लालच में ये लोग देश की एकता और भारतवंशियों को भूल गए हैं। जिस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों उस देश का कोई भी भारतवंशी खुद को असुरक्षित महसूस नहीं करेगा। पश्चिम बंगाल में मतुआ समाज के लोग निर्वासित जीवन जी रहे हैं। सरकार की तरफ से कोई लाभ उनको नहीं दिया जाता है। ममता बनर्जी को कभी इस बात का एहसास नहीं हुआ कि उनके लिए कुछ करें।