शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दिखी। सेंसेक्स 600 अंक से ज्यादा गिरकर 81,393 तक गया, जबकि निफ्टी 50 भी 24,893 पर पहुंच गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी लगभग आधा प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज हुई। दोपहर करीब 1 बजे, सेंसेक्स 545 अंक गिरकर 81,456 पर और निफ्टी 165 अंक टूटकर 24,919 पर कारोबार कर रहे थे।
पिछले छह ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स करीब 1,800 अंक चढ़ा था। इतनी तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू किया, जिसकी वजह से गिरावट आई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टैरिफ और ग्लोबल तनाव ने भी माहौल को बिगाड़ा।27 अगस्त से अमेरिका भारत से आने वाले सामान पर 25% का नया टैरिफ लगाने जा रहा है। इससे भारतीय एक्सपोर्ट पर कुल 50% टैक्स लग जाएगा, जिसका असर 50 अरब डॉलर से ज्यादा के माल पर होगा। यही वजह है कि निवेशक डरे हुए हैं।
आज रात 7:30 बजे (भारतीय समय) फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल, जैक्सन होल में भाषण देंगे। यह उनके कार्यकाल का आखिरी भाषण होगा। निवेशकों को ब्याज दर और नीति को लेकर उनसे संकेत मिलने की उम्मीद है। बैंकिंग और आईटी जैसे हेवीवेट सेक्टरों के नतीजे कमजोर रहे। इससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया और बिकवाली बढ़ी। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अभी मार्केट में ‘बिकवाली पर तेजी’ की स्थिति बनी हुई है।






















