बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में नेतृत्व की लड़ाई छिड़ गई है। एक तरफ राजद खुद को बड़ी पार्टी बता रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस भी कोई समझौता करने को तैयार नहीं। हालांकि के शीर्ष नेताओं के तरफ से ऐसे कोई बयान सामने नहीं आये हैं, लेकिन पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) कांग्रेस की तरफ से लगातार बयानबाजी कर रहे हैं।
रविवार को बेगूसराय में मीडिया से बातचीत के दौरान पप्पू यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा दावा किया। पप्पू यादव ने कहा कि महागठबंधन का निर्णय सामूहिक होता है, सबकी सहमति से होता है। कांग्रेस हमेशा देश और समाज के हित में निर्णय लेती है और जो बिहार के हित में होगा, कांग्रेस उसी हित में निर्णय लेगी। महागठबंधन का निर्णय कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठकर ही होगा।
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पप्पू यादव ने स्पष्ट कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव कांग्रेस के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला किया जाएगा। महागठबंधन में मुख्यमंत्री के उम्मीदवार पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है और सभी नेताओं के बीच चर्चा के बाद ही यह तय किया जाएगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा।
पप्पू यादव ने कहा कि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा, यह बाद में तय होगा। राहुल गांधी, सोनिया गांधी, लालू यादव, माले और प्रियंका गांधी जैसे नेता इस पर चर्चा करेंगे और चुनाव के बाद तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। पप्पू यादव ने महागठबंधन में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के चेहरा घोषित करने पर भी सवाल उठाए और कहा कि मैं नहीं समझता कि महागठबंधन में किसी को भी नेता घोषित कर चुनाव लड़ने की परिपाटी रही है। गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होगी और चुनाव में उसकी बड़ी भूमिका रहेगी।