बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच सियासी सरगर्मियां चरम पर हैं। महागठबंधन ने आज पटना में अपना साझा घोषणापत्र ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ जारी किया, जिसमें हर घर सरकारी नौकरी, भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन, 200 यूनिट मुफ्त बिजली और महिलाओं-बहनों के लिए विशेष योजनाओं जैसे बड़े-बड़े वादे किए गए हैं। लेकिन जारी होते ही सत्ताधारी एनडीए ने इसे खारिज करते हुए जोरदार हमला बोला है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री और तारापुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार सम्राट चौधरी ने घोषणापत्र को “खोदा पहाड़ निकली चुहिया” करार देते हुए इसे महज चुनावी जुमला बताया। पटना में पत्रकारों से बातचीत में चौधरी ने कहा, “खोदा पहाड़ निकली चुहिया… इस तरह की कोई व्यवस्था उनके घोषणा पत्र में नहीं आई। उन्हें बताना चाहिए कि पैसा कहां से आएगा? क्या बजट लगेगा? कैसे काम करेंगे? लालू यादव की अराजकता को लोगों को बताना पड़ेगा। माफी मांगनी पड़ेगी। ये सिर्फ घोषणा वाला मेनिफेस्टो है।”
चौधरी का यह बयान महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर सीधा निशाना साधता नजर आ रहा है। उन्होंने वादों को अवास्तविक बताते हुए कहा कि विपक्ष को वित्तीय योजना स्पष्ट करनी चाहिए। वही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी तेजस्वी पर युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया और उन्हें “परिवार में अकेला” बताया। जेडीयू ने इसे तेजस्वी की हताशा का परिणाम करार दिया।






















