सड़क हादसों में घायल होने वालों का अब कैशलेस इलाज हो सकेगा, केंद्र सरकार इसके लिए एक नई योजना ला रही है। इस संबंध में सड़क परिवहन व राज्यमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग ने 6 सितंबर को ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए झारखंड सहित अन्य राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा जा रहा है कि असम और चंडीगढ़ में इसका ट्रायल सफल रहा है, अब जल्द ही इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी है।
दरअसल कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम के तहत हादसे के बाद गोल्डन ऑवर यानि एक घंटे के अंदर इलाज शुरू करवाने के लिए घायलों को आयुष्मान योजना के इंपैनल अस्पतालों में डेढ़ लाख रुपये तक का ट्रीटमेंट दिया जाएगा, जिससे पैसे की कमी के कारण इलाज करने से अस्पताल मना ना कर सके। इस योजना से ना सिर्फ समय से इलाज मिलने से लोगों की जान बचेगी, बल्कि 7 दिनों तक मुफ्त में इलाज भी मिलेगा। बैठक में कहा गया है कि अगर कोई सड़क दुर्घटना में घायल हो जाता है और पुलिस उसे अस्पताल में भर्ती कराती है, तो पुलिस उसी समय अस्पताल को दुर्घटना की रिपोर्ट देगी। इसी आधार पर कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम के तहत अस्पताल मरीज का अगले एक सप्ताह तक इलाज करेगा।
बैठक में राज्य स्तर पर इस योजना के लिए कैशलेस स्कीम कोष बनाने पर भी जोर दिया गया है, जिससे योजना को आइटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से क्रियान्वित किया जा सके। किसी भी श्रेणी की सड़क पर मोटर वाहनों के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के कारण आघात और पॉली ट्रॉमा की देखभाल की जा सके।