जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कुछ दिन पहले एक बयान दिया था कि 2024 में बीजेपी सरकार आई तो देश में नरेंद्र मोदी संविधान होगा। ललन सिंह का यह बयान इन दिनों काफी सुर्खियों में है। इस पर काफी सारे प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि ललन सिंह का लोकसभा के बाद प्रधानमंत्री मोदी के प्रति वक्तव्य सुन लीजिए। आपको लगेगा कि जब सरकार में थे तो ये आदमी आरती कर रहे थे। मंत्री बनना चाह रहे थे और आज इनको कमी दिख रही है। वैसे भाजपा वालों के पास इस मुद्दे पर जवाब देने वालों की कमी नहीं है, लेकिन मैं बता दूं कि जरा ललन सिंह का पूर्व में लोकसभा और लोकसभा के बाहर प्रधानमंत्री के प्रति वक्तव्य को सुन लीजिए।
नीतीश को सिर्फ सीएम बनने से है मतलब
मुजफ्फरपुर के सकरा में जन संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि आज की तारीख में नीतीश कुमार की एक ही प्राथमिकता रह गई है। वह है किसी प्रकार मुझे मुख्यमंत्री बनना है। मैं तो इतने दिनों से बिहार में चल रहा हूं। गांव-गांव का बच्चा-बच्चा इस बात को समझ रहा है और कहता है कि नीतीश को सिर्फ मुख्यमंत्री बनने से मतलब है। जो सहयोगी हैं वो ठीक है। जो सहयोगी नहीं हैं उनके शब्दों में कोई ज्ञान नहीं है। क्योंकि बिहार में सिर्फ एक ही ज्ञानी बच गए हैं, वो हैं नीतीश कुमार। इस बात को हमको मानना पड़ेगा कि कुर्सी पर बने रहने का उनको ज्ञान है। चाहे जनता का समर्थन हो या न हो, जनता उनको वोट करे या न करे। जनता चाहे वोट कांग्रेस, आरजेडी, भाजपा या निर्दलीय को करे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे। इतना ज्ञान नीतीश कुमार को है।