RANCHI: पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिनेश गोप के ऊपर झारखंड पुलिस ने 25 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। वहीं एनआईए ने भी उसपर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था। NIA और झारखंड पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। इनामी दिनेश गोप के खिलाफ झारखंड के कई थानों में केस दर्ज है। नेपाल में गिरफ्तार करने के बाद एनआईए की टीम दिनेश गोप को लेकर दिल्ली गई है। वहां से उसे लेकर देर शाम तक रांची पहुंचेगी।
बीजेपी नेता से मांगी थी एके 47 राइफल
रांची पुलिस को काफी दिनों से दिनेश गोप की तलाश थी। हाल ही के दिनों में बीजेपी नेता से रंगदारी की मांग की गई थी। जिसमें 10 एके 47 की मांग की गई थी। लाखों के इनामी दिनेश गोप की गिरफ्तारी से पुलिस को बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। सुप्रीमो दिनेश गोप के कई करीबी गुर्गे के पकड़े जाने के बाद पुलिस को दिनेश गोप के बारे में बहुत कुछ जानकारी हासिल हुई थी। इसके बाद झारखण्ड पुलिस के कई चुनिंदा अधिकारियों को दिनेश गोप को खोज निकालने का टास्क दिया गया था।
मुठभेड़ में भाग निकलता था दिनेश गोप
पिछले एक साल के दौरान झारखण्ड पुलिस और पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के दस्ते के साथ आधा दर्जन से अधिक मुठभेड़ हुई। लेकिन हर मुठभेड़ में दिनेश गोप बचकर भागने में सफल रहा। रांची से 35 किमी दूर खूंटी जिले के जरियागढ़ थाना क्षेत्र में लाप्पा मोहराटोली गांव है। वैसे तो यह गांव झारखण्ड के आम गांवों की तरह ही है। लाप्पा मोहराटोली मोस्ट वांटेड पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का गांव है। दर्जनों लोगों की हत्या का आरोपी दिनेश गोप लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। जिसे झारखंड और बिहार पुलिस के अलावा एनआईए भी खोज रही थी। पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन के कई बड़े उग्रवादी पकड़े गए या फिर मारे गए। लेकिन दिनेश गोप को पकड़ना या मार गिराना झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।