नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मासात्सु कांडा के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें भारत की पिछले एक दशक में हुई तीव्र प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा हुई। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भारत के विकास को और गति देने के लिए सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक को “शानदार” बताते हुए कहा कि भारत ने पिछले दशक में तेजी से बदलाव किया है, जिसने अनगिनत लोगों को सशक्त बनाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष मासात्सु कांडा के साथ शानदार बैठक हुई, जिसमें हमने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। पिछले दशक में भारत के तेजी से हुए बदलाव ने अनगिनत लोगों को सशक्त बनाया है और हम इस यात्रा को और गति देने के लिए काम कर रहे हैं।
“एडीबी अध्यक्ष मासात्सु कांडा ने भारत के विकास एजेंडे को पूरा समर्थन देने का भरोसा जताया। इससे पहले मई 2025 में, कांडा ने ‘विकसित भारत 2047’ के विजन को समर्थन देते हुए भारत के लिए 10 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी, जिसमें मेट्रो विस्तार, क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम, और शहरी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान दिया गया था।यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब भारत और एडीबी के बीच सहयोग लगातार बढ़ रहा है।
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मिलान में आयोजित एडीबी की 58वीं वार्षिक बैठक में हिस्सा लिया था, जहां कांडा ने भारत की प्राथमिकताओं को समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई थी।एडीबी ने भारत में बुनियादी ढांचे, सामाजिक विकास, और जलवायु परियोजनाओं के लिए पहले भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
2023 में तत्कालीन एडीबी अध्यक्ष मासात्सुगु असाकावा ने भारत के लिए पांच साल में 20-25 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी, जिसका लाभ अब विभिन्न परियोजनाओं में दिख रहा है।इस मुलाकात को भारत के आर्थिक विकास और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। दोनों नेताओं ने भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने के लक्ष्य को साकार करने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।