प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। गुरुवार सुबह उन्होंने सबसे पहले राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। अपने सरकारी आवास से निकलने के बाद वे सीधे राजघाट पहुंचे और ‘बापू’ की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने लगातार 11वीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने संकल्प के साथ 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा, “‘विकसित भारत 2047’ महज एक शब्द नहीं है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों के संकल्प और सपनों का प्रतीक है।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि देशवासियों ने 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, जिनमें राष्ट्र को विनिर्माण का केंद्र बनाना और ‘सीड कैपिटल’ के रूप में विकसित करना शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों के सुझावों में शासन में सुधार, त्वरित न्याय प्रणाली, और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देना भी शामिल है।
लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “एक समय था जब लोग देश के लिए मरने को तत्पर थे। आज का समय देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का है। अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता हमें आजादी दिला सकती है, तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता हमें समृद्ध भारत की ओर ले जा सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि हमारे सुधार राजनीतिक मजबूरी से प्रेरित नहीं हैं, बल्कि हम ‘नेशन फर्स्ट’ के संकल्प से प्रेरित हैं