नालंदा पुलिस ने साइबर क्राइम लुटेरा गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में तीन साइबर अपराधियों को भी पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है। जिनके पास से 108 एटीएम कार्ड और एटीएम क्लोन बनाने की मशीन भी बरामद किया गया है। ये शातिर साइबर अपराधि एटीएम से पैसा निकालने गए लोगों के साथ ठगी का काम करता था। ये अपराधी एटीएम के अंदर अपना टॉल फ्री नंबर चिपका देते थे, जिससे एटीएम के अंदर किसी को कोई परेशानी हो तो उसी नंबर पर फोन कर सहायता ले। इसके बाद ये साइबर अपराधी ठगी को अंजाम देते थे।
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खाते से उड़ा लिए डेढ़ लाख
ऐसा ही ठगी का मामला बिहारशरीफ स्थित लहेरी थाना क्षेत्र के अस्पताल चौराहा स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में हुआ। वहां बिजली विभाग कस स्टाफ राजकुमार 26 फरवरी को एटीएम के अंदर पैसा निकासी के लिए पहुंचा था। जैसे ही अपना एटीएम कार्ड मशीन में डाला तो कार्ड फंस गया। इसके बाद वह दिए गए टोल फ्री नंबर पर कॉल किया। फोन करने के बाद उस नंबर से तीन से चार बार पिन कोड डालने की बात कही। इसके बाद भी एटीएम नहीं निकल पाया। जिसके कारण वह वापस लौट गया और थोड़ी ही देर बाद उसके खाते से डेढ़ लाख की निकासी हो गई।
108 एटीएम कार्ड और क्लोन बनाने का मशीन बरामद
पीड़ित राजकुमार ने इस संबंध में लहरी थाना में मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की वैज्ञानिक अनुसंधान किया। पुलिस ने नवादा जिले के नारदीगंज थाना पुलिस के सहयोग से छापेमारी की, जहां से गौरव कुमार, सोनू कुमार और चंदन कुमार को गिरफ्तार किया। इन लोगों के पास से अलग-अलग बैंक के 108 एटीएम कार्ड, एटीएम क्लोन बनाने का मशीन बरामद किया गया है। डीएसपी शिवली नोमानी ने बताया कि ये लोग एटीएम कार्ड के मशीन में फेविकोल डाल देते हैं, ताकि उसका एटीएम फंस जाए और उसका सारा डिटेल फेविकोल में चिपक जाए और उसी के माध्यम से ये लोग क्लोन बना लेता था।