बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। आरजेडी विधायक और बाहुबली नेता रीतलाल यादव के घर पर शुक्रवार को पटना पुलिस और एसटीएफ ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। दानापुर स्थित उनके आवास पर हुई इस कार्रवाई से सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है। विधानसभा चुनाव से पहले हुई इस छापेमारी को एक बड़ी घटना माना जा रहा है, जिसने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है।
रीतलाल यादव का नाम बिहार की राजनीति में विवादों और आपराधिक मामलों से जुड़ा रहा है। वर्ष 2003 में भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के मामले में भी उनका नाम सामने आया था। बाद में सत्यनारायण सिन्हा की पत्नी आशा सिन्हा ने भाजपा से चुनाव लड़ा और विधायक बनीं। लेकिन 2016 में जेल में रहते हुए भी रीतलाल यादव ने एमएलसी चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया। इसके बाद 2020 में वे आरजेडी के टिकट पर दानापुर से विधानसभा चुनाव लड़े और आशा सिन्हा को हराकर विधायक बने।
हालांकि, उनकी छवि हमेशा विवादों में रही। चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनके खिलाफ 33 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, रंगदारी और अपहरण जैसे संगीन आरोप शामिल हैं। ताजा छापेमारी को लेकर कहा जा रहा है कि पुलिस को उनके खिलाफ रंगदारी से जुड़े एक मामले की शिकायत मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।