रांची: शिल्पी नेहा तिर्की के बिहरियों और घुसपैठियों को लेकर दिए गये बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है। इस बयान पर तो पहले ही बवाल मच चूका है अब शिल्पी के बिहारियों के लिए दिए गए विवादित बयान पर पार्टी के अन्य नेताओ मंत्रियों कि भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इस मामले में वित् मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि मै खुद बिहारी रहा हूँ और बिहारियों को बाहरी घुसपैठिया नहीं मानता। आगे रामेश्वर उरांव ने कहा कि शिल्पी के बयान पर कुछ नहीं कहना है। यह उनका निजी विचार है। संयुक्त बिहार में तो मैं खुद बिहारी रहा हूं और बिहारी घुसपैठिया नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि एचईसी के स्थापना काल में कोई रांची आया, तो क्या उसे घुसपैठिया कहेंगे। शिल्पी के बयान से कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों और नेताओं ने भी पल्ला झाड़ते हुए कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों से बिहारियों की तुलना करना शिल्पी नेहा तिर्की की अपनी समझ हो सकती है। न सिर्फ रामेश्वर उरांव बल्कि कांग्रेस के और भी नेता ने शिल्पी के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। बता दें इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी शिल्पी नेहा के बयान का समर्थन नहीं किया है। वहीँ बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने भी इस बयां से किनारा करते हुए कहा कि उन्होंने अगर यह बात कही है तो यह उनकी अपनी समझ है। मेरे लिए तो पूरा हिंदुस्तान एक है। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने अनौपचारिक रूप से कहा है कि चुनाव के समय ऐसे बयान देने से पार्टी को झटका लग सकता है। बता दें कि बीते दिनों मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने एक विवादित बयान दिया था कि बिहार के लोग रामगढ़ में आकर मुखिया बन जा रहे हैं। इस बयान के साथ ही सियासी चर्चाओं ने मामले को तूल दे दिया और शिल्पी भाजपा के निशाने पर आ गई।
ओछी राजनीति करती है भाजपा : बंधू
इधर पार्टी द्वारा शिल्पी से पल्ला झाड़े जाने के बाद शिल्पी के पिता व कांग्रेस नेता बंधू तिर्की खुलकर अपनी पुत्री के समर्थन में आ गये। रविवार को उन्होंने प्रेसवार्ता कर कई मामलो में भाजपा को घेरा। अपने प्रेस कांफ्रेंस में बंधू ने कहा कि घुसपैठ का विरोध हर स्तर पर होना चाहिए। वहीँ बंधू तिर्की ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए पूछा कि केंद्र सरकार को अपनी एजेंसियों के माध्यम से बीएसएफ अधिकारियों से पूछना चाहिए कि उनके रहते हुए आखिर बांग्लादेश से घुसपैठ कैसे हो रहा है। आगे भाजपा पर बयान को तूल देने पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर ओछी राजनीति करना गलत बात है। बीजेपी के लोग किस तरह से नैरेटिव सेट करते हैं वह किसी से छिपा नहीं है। आपको आंकड़ों के साथ सामने आकर बात करनी होगी। इस मामले को चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि चुनाव के समय ही यह मुद्दा भाजपा वाले क्यों उठाते हैं। घुसपैठ एक बेहद गंभीर मुद्दा है, भाजपा नेताओं को चाहिए कि प्रमाण के साथ लोगों के सामने आएं। बंधु तिर्की ने कहा कि इस मुद्दे पर ओछी बातों को झारखंड के मूलवासी और आदिवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे। डेमोग्राफी चेंज और घुसपैठ दो अलग-अलग मुद्दे हैं। इनको भुना कर भाजपा राजनीति करना चाहती है। आगे बन्धु ने कहा कि भाजपा हमेशा हिंदु-मुस्लिम करती है। रांची में भी बाहरी लोग बड़े पैमाने पर बस गए हैं। इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देनी चाहिए। रांची में दो सौ एकड़, तीन सौ एकड़ जमीन बेचनेवाले कौन से लोग हैं? घुसपैठियों के आने से स्थानीय लोगों का ही नुकसान है। भाजपा पूरे मुद्दे पर हिंदू-मुसलमान कर रही है और निश्चित रूप से यह वोट बटोरने की कवायद है।