लोकसभा चुनाव 2024 में अब लगभग दो माह का ही वक्त बचा हुआ है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक और यात्रा का ऐलान कर दिया है जो मणिपुर से महाराष्ट्र के बीच होगी। निश्चित तौर पर राहुल की यह कोशिश पार्टी को उस संकट से उबारने की है, जिसमें उसके अधिकतर उम्मीदवारों की जमानत भी नहीं बच पा रही है। दूसरी ओर कांग्रेस जिस गठबंधन में है, वहां के ‘बॉस’ के नाम पर मची हायतौबा ने कांग्रेस को अलग टेंशन दे रखा है। यही कारण है कि खबर ऐसी आ रही है कि Congress अब नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बना सकती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि Congress अगर इसके लिए तैयार है तो छह का वक्त क्यों लिया गया। क्योंकि जून 2023 में हुई पहली मीटिंग से पहले से ही नीतीश को संयोजक बनाने की मांग उठती रही थी। इसका जवाब पिछले 4 लोकसभा चुनावों में Congress के ‘जमानत संकट’ में है।
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कांग्रेस अपना वजूद बचाना चाहती है
2024 का चुनाव कांग्रेस के लिए जीतने से ज्यादा जरुरी है कि वो अपना वजूद बचाए। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि Congress के जीतने की रफ्तार उसके बुरी तरह हारने की रफ्तार से कहीं कम है। पिछले 4 लोकसभा चुनावों में शुरुआत के दो बार Congress ने सरकार बनाई और उसके बाद के दो चुनावों में विपक्ष में रही। लेकिन इन चारों चुनावों में Congress के नाम ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है, जिससे पीछा छुड़ाना ज्यादा जरुरी लग रहा है। दरअसल, अगर Congressनीतीश को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बना देती है तो इसके पीछे यह कारण भी कि नीतीश के सहारे Congress अपने रिकॉर्ड चुनावी हार के दाग को धो सके।
अपने उम्मीदवारों की जमानत बचाना कांग्रेस की चुनौती
दरअसल, पिछले 4 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की सबसे बड़ी परेशानी यह नहीं रही कि वे दो बार सरकार नहीं बना पाए। बल्कि परेशानी यह रही कि चारों चुनाव मिलाकर औसतन एक-चौथाई कांग्रेसी उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा सके। 2004 में 19.66 फीसदी उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा सके थे। इसके बावजूद Congress ने सरकार बनाई थी। 2009 में हालात बेहतर हुए। तब भी 15.9 फीसदी कांग्रेसी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी। पिछले चुनाव यानि 2019 में Congress के 35.15 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी। जबकि 2014 में 38.36 फीसदी कांग्रेसी उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा सके थे। 2024 में Congress को इस संकट से उबरना होगा, नहीं तो सवाल कांग्रेस के अस्तित्व पर खड़ा हो जाएगा।
कांग्रेस का जमानत संकट
2004 लोकसभा चुनाव
- कुल उम्मीदवार : 417
- जितनी सीटों पर जीती : 145
- जितनी सीटों पर जमानत गंवाई : 82
2009 लोकसभा चुनाव
- कुल उम्मीदवार : 440
- जितनी सीटों पर जीती : 206
- जितनी सीटों पर जमानत गंवाई : 70
2014 लोकसभा चुनाव
- कुल उम्मीदवार : 464
- जितनी सीटों पर जीती : 44
- जितनी सीटों पर जमानत गंवाई : 178
2019 लोकसभा चुनाव
- कुल उम्मीदवार : 421
- जितनी सीटों पर जीती : 52
- जितनी सीटों पर जमानत गंवाई : 148