भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने मोदी सरकार की नई पहल को ग्रामीण भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों) के माध्यम से एलपीजी वितरण की शुरुआत से न केवल ग्रामीण परिवारों को खाना पकाने के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ विकल्प मिलेगा, बल्कि इससे पर्यावरणीय नुकसान और स्वास्थ्य जोखिम भी कम होंगे।
ग्रामीण जीवन पर सकारात्मक प्रभाव
अरविन्द ने कहा कि यह पहल ग्रामीण परिवारों को खाना पकाने के पारंपरिक तरीकों, जैसे जलाऊ लकड़ी, के बजाय एलपीजी जैसी स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करेगी। इससे न केवल स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आएगी, बल्कि पर्यावरणीय क्षति को भी रोका जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि “ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी तक सुविधाजनक पहुंच से समय और श्रम की बचत होगी। किसान इस समय का उपयोग अपनी उत्पादक कृषि गतिविधियों के लिए कर सकेंगे, जिससे उनकी आजीविका में सुधार होगा।”
पैक्स की वित्तीय स्थिरता में वृद्धि
सिंह ने बताया कि यह योजना पैक्स को मजबूत और वित्तीय रूप से टिकाऊ बनाने में मदद करेगी।
“एलपीजी डीलरशिप से पैक्स को अतिरिक्त राजस्व स्रोत मिलेगा, जो उनके संचालन के लिए एक स्थिर आधार प्रदान करेगा,” उन्होंने कहा।
एलपीजी डीलरशिप के लिए दिशानिर्देशों में संशोधन
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने पैक्स को एलपीजी डीलरशिप के लिए पात्र बनाने हेतु दिशानिर्देशों में संशोधन किया है। इसके तहत पैक्स द्वारा अधिकृत व्यक्ति को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूर्व-कमीशनिंग टेस्ट में 80% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) पैक्स को भंडारण सुविधाओं और प्रारंभिक पूंजी में सहयोग प्रदान करेंगी।
दूरदराज के क्षेत्रों में एलपीजी पहुंच में सुधार
अरविन्द सिंह ने कहा कि पैक्स का व्यापक जमीनी नेटवर्क और ग्रामीण समुदायों के बीच उनका भरोसा, दूरदराज के क्षेत्रों में एलपीजी वितरण की पहुंच बढ़ाने में मदद करेगा।
“इससे दूर के वितरकों पर निर्भरता कम होगी और ग्रामीण परिवारों के लिए सुविधा और उपलब्धता में सुधार होगा,” उन्होंने कहा।
ग्रामीण विकास की दिशा में एक मजबूत कदम
इस पहल को ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी कवरेज बढ़ाने और पैक्स की भूमिका को विस्तारित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया गया है। इससे न केवल ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाया जाएगा, बल्कि यह पर्यावरणीय संरक्षण और आर्थिक स्थायित्व की दिशा में भी बड़ा योगदान देगा।