2004-05 में राजद की सरकार ने बजट पेश किया था। तब मुख्यमंत्री के पद पर राबड़ी देवी थी। वह बजट 23,885 करोड़ रुपए का था। उसके बाद नीतीश कुमार ने सत्ता संभाली और पिछले 17 सालों में बिहार का बजट 10 गुना बढ़ गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को बजट पेश किया। पिछले साल बिहार का बजट 218302 करोड़ रुपए था। वर्ष 2017-18 में बिहार का बजट 237691.19 हो गया है। नीतीश सरकार के इस बजट में विकास के लिए छह आयाम वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद ने सुझाए हैं।
1. स्वास्थ्य : 16,134.39 करोड़ रुपए
वित्त मंत्री ने कहा कि 11.80 करोड़ लोगों का टीकाकरण का किया जा चुका है। 122 जगह पर पीएसए का अधिस्ठापन कर क्रियाशील किया जाएगा। इसके लिए 16134. 49 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
2. शिक्षा : 39,191.87 करोड़ रुपए
वित्त मंत्री ने कहा कि इस बार शिक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक बजट का प्रावधान किया गया है। यह कुल बजट का 16.5 प्रतिशत है। इस बार 39,191 करोड़ रुपए शिक्षा के क्षेत्र में खर्च होंगे। विद्यार्थियों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ देने के लिए 700 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
3. उद्योग व उद्योग विकास : 1643.74 करोड़ रुपए
वर्ष 2022-23 में उद्योग के लिए 1643 करोड़ 74 लाख के बजट का प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि इथेनॉल को लेकर राज्य में 151 इकाई लगाई जाएंगी।
4. कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र : 7712.30 करोड़ रुपए
कृषि को नए बजट में वित्त मंत्री ने 29 हजार 749 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
5. आधारभूत संरचना (ग्रामीण व शहरी) : 29,749.64 करोड़ रुपए
नए वर्ष के बजट में बिहार सरकार ने स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव के तहत 847 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। सरकार ने सभी गांवों में सोलर स्टीट लाइट लगाने की योजना को मंजूरी दी है। राज्य सरकार ने स्वच्छ शहर विकसित शहर अभियान के तहत सभी जिला मुख्यालयों में वृद्धाश्रम तैयार करने की योजना को मंजूरी दी गई है। साथ ही बहुमंजिला आवास बनाकर बेघरों को आवास उपलब्ध कराने की योजना को भी मंजूरी दी गई है।
6.जनकल्याणकारी योजना : 12,375 करोड़ रुपए
राज्य सरकार ने 200 करोड़ का प्रावधान मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के लिए किया है जबकि 225 करोड़ रुपए का प्रावधान कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल के लिए 1110 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वहीं हर घर नल का जल के तहत 57603 वार्डों में काम पूर्ण करा लिया गया है।