राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारी का ऐलान किया। रविवार को हाजीपुर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने NDA पर निशाना साधते हुए कहा कि “हमें दलित पार्टी समझकर नजरअंदाज किया गया।” पार्टी के भविष्य के गठबंधन का फैसला अप्रैल में राष्ट्रीय बोर्ड की बैठक के बाद होगा।
पारस ने कहा, “31 मार्च तक पार्टी बिहार के सभी 38 जिलों में जाएगी और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से जुड़ाव बढ़ाएगी। अप्रैल के पहले सप्ताह में होने वाली बैठक में सभी पदाधिकारियों की राय के आधार पर गठबंधन का निर्णय लिया जाएगा।”
पशुपति पारस ने NDA पर आरोप लगाते हुए कहा, “हमने NDA के साथ 10 वर्षों तक ईमानदारी से काम किया, लेकिन जब मौका आया तो हमें साइड कर दिया गया।” उन्होंने कहा कि RLJP राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए काम कर रही है।
सम्मेलन में पशुपति पारस के बेटे यश पासवान को मंच पर लाया गया, जिससे उनके राजनीति में आने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, यश ने स्पष्ट किया, “मेरा राजनीति में आने का कोई उद्देश्य नहीं है। मैं सिर्फ पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का प्रयास कर रहा हूं।”
RJD के साथ गठबंधन की अटकलें तेज
हाजीपुर दौरे से पहले पशुपति पारस ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से पटना में मुलाकात की थी। इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि RLJP RJD के साथ गठबंधन कर सकती है। हालांकि, पारस और प्रिंस राज ने इसे “शिष्टाचार मुलाकात” बताया।
परिवार और चिराग पासवान को लेकर बयान
चिराग पासवान के साथ पारिवारिक विवाद पर पारस ने कहा, “कोई भी व्यक्ति अपने परिवार को टूटते नहीं देखना चाहता। चिराग भैया बड़े हैं, हम उन्हें क्या मैसेज देंगे।”
चाचा-भतीजे के बीच बढ़ा तनाव
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में रामविलास पासवान ने हाजीपुर से पशुपति पारस को चुनाव लड़वाया था। लेकिन उनके निधन के बाद NDA ने चिराग पासवान को हाजीपुर से टिकट दिया। इससे चाचा-भतीजे के बीच तनाव बढ़ गया।
RLJP का शक्ति प्रदर्शन
महुआ प्रखंड के गांधी मैदान में हुए सम्मेलन में RLJP ने अपना राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन किया। इसमें प्रिंस राज, यश पासवान समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। पारस ने इस दौरान कहा, “हमारे परिवार और लालू जी के परिवार के बीच गहरा संबंध है। आगे क्या होगा, यह जनता के फैसले पर निर्भर करेगा।”