बिहार की राजनीति में PK (प्रशांत किशोर) और सीएम नीतीश कुमार के बीच तकरार अब और तीखी हो गई है। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू पर करारा हमला बोलते हुए दावा किया कि चार महीने पहले बना जन सुराज संगठन, 25 साल पुरानी जदयू से ज्यादा मजबूत है।
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प्रशांत किशोर पटना के बिहार सत्याग्रह आश्रम में आयोजित जन सुराज अभियान समिति की राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जदयू संगठन की कमजोरी को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि नीतीश कुमार का संगठन सिर्फ सत्ता की बैसाखी पर टिका हुआ है, जमीन पर उसकी पकड़ कमजोर हो चुकी है।
2015 में भी जताई थी जदयू संगठन की कमजोरी
प्रशांत किशोर ने अपनी 2015 की रणनीतिक भूमिका का ज़िक्र करते हुए बताया कि जब वे बिहार चुनाव प्रचार के लिए आए थे, तब ही उन्होंने नीतीश कुमार को आगाह किया था कि जदयू का संगठन बहुत कमजोर है। लेकिन नीतीश कुमार ने इसे ‘भ्रम’ कहकर नजरअंदाज कर दिया।
पीके ने दावा किया कि 2015 में जब उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू की सांगठनिक बैठक बुलाने की सलाह दी थी, तब श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बुलाई गई उस बैठक में बमुश्किल 3000 लोग ही जुट सके।
प्रशांत किशोर ने जन सुराज की लोकप्रियता और संगठनात्मक मजबूती को लेकर नीतीश कुमार को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि महज चार महीने पहले बनी जन सुराज पार्टी की किसी भी बैठक में – चाहे वह महिलाओं की हो, युवाओं की हो या संगठन की – कम से कम 3000 से 4000 लोग जरूर आते हैं।