पटना विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज में छात्र हर्ष राज की हत्या मामले में अब विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से लंबे समय के बाद बड़ा फैसला लिया गया है। आरोपी सभी छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित किया जाएगा। मतलब हत्या के आरोपी जितने भी छात्र हैं उन्हें कॉलेज और यूनिवर्सिटी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। हालांकि, इसके पहले छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने का मौका जरूर दिया जाएगा।
वहीं, छात्रों में आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने 30 मई तक मुख्यालय और कालेजों को बंद कर दिया है। इस मामले में कुलसचिव डॉ खगेंद्र कुमार ने अधिसूचना जारी कर दी है। छात्र कल्याण दिन प्रोफेसर डॉ.अनिल कुमार ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय मुख्यालय पर आंदोलित छात्रों के आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन को देखते हुए विश्वविद्यालय के छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय के सभी इकाइयों और मुख्यालय को 30 मई तक बंद कर दिया गया है। इस दौरान सभी गतिविधियां बंद रहेंगे।
वहीं, पटना यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रो.रजनीश कुमार ने बताया कि यह बड़ी घटना है। अगर अब छात्रों पर कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति भयावह हो जाएगी। ऐसे में विश्वविद्यालय ने हत्या में आरोपित छात्रों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। उन्हें नियम के तहत निष्कासित किया जाएगा। किसी भी सूरत में दोषियों पर कार्रवाई होगी। अभी नए सत्र की शुरुआत होने वाली है। ऐसी स्थिति में विधि-व्यवस्था को नियंत्रित करना जरूरी है।
वहीं, इस मामले में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मंगलवार को कुलपति, डीएम व एसएसपी को राजभवन बुला इस मामले में विस्तृत जानकारी ली। दोषियों पर सख्त कार्रवाई का निदेश दिया। साथ ही बुधवार से सभी हॉस्टल को बंद करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने छात्रावासों में अराजकता फैलाने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई को कहा है।