बिहार की सियासत में अक्सर अपने बयानों और दावों से सुर्खियों में रहने वाले पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने एक बार फिर बड़ा दावा कर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। पूर्णिया में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जनहित एक्सप्रेस ट्रेन का नाम उनकी पार्टी जन अधिकार पार्टी के नाम पर रखा गया था। सांसद का कहना है कि जब वे मधेपुरा से सांसद थे, उसी दौरान उन्होंने वैशाली एक्सप्रेस को बरौनी से सहरसा तक लाने का काम किया था। अब पूर्णिया कोर्ट में वाशिंग पीट शुरू होने के बाद पूर्णिया से वैशाली एक्सप्रेस चलने वाली है।
पप्पू यादव ने जोर देकर कहा कि जनहित एक्सप्रेस का संचालन उन्हीं की पहल पर हुआ था और इस ट्रेन का नाम उन्होंने अपनी पार्टी के नाम से प्रेरित होकर रखा था। उनके इस बयान ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति बल्कि रेल से जुड़े जनसरोकारों को भी नई बहस में ला खड़ा किया है।
प्रेस वार्ता के दौरान पप्पू यादव ने राहुल गांधी के हालिया बयान का भी जिक्र किया। राहुल गांधी ने कहा था कि वे ऐसा “हाइड्रोजन बम” फोड़ेंगे कि भाजपा के लोग मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पप्पू यादव ने राहुल गांधी के नेतृत्व में जनता की उम्मीदों को जोड़ा और कहा कि लोग अब बिहार को उनके नेतृत्व में देखना चाहते हैं।
तेजस्वी यादव को लेकर पूछे गए सवाल पर भी उन्होंने चुटीले अंदाज़ में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई अपने घर में बच्चों को नुनु बाबू, तोता बाबू या लाट साहब कह देता है तो उसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। उनके इस बयान को राजनीतिक हलकों में विपक्षी एकता और रिश्तों के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।






















