राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे। कांग्रेस पार्टी ने इस बात पर मुह लगा दी है। इस संबंध में पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को बताया कि राहुल गांधी का नाम प्रोटेम स्पीकर को भेज दिया गया है। आपको बता दें कि राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष बनाने का फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई विपक्षी दलों की बैठक में लिया गया।
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पहली बार राहुल गांधी ने ली जिम्मेदारी
राहुल गांधी संसदीय राजनीति में 2004 से हैं। उन्होंने पहला चुनाव 2004 में अमेठी से लड़ा और जीता। संयोग यह था कि कांग्रेस गठबंधन की सरकार भी उसी चुनाव में आ गई जो अगले 10 साल रही। लेकिन राहुल गांधी इस सरकार का हिस्सा नहीं बने। मनमोहन कैबिनेट में उन्होंने कोई मंत्रालय नहीं लिया। राहुल गांधी सिर्फ पार्टी के महासचिव, उपाध्यक्ष और अध्यक्ष बनते रहे हैं। लेकिन सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं ली।
दूसरी ओर संसद सत्र के दौरान दो दिनों के सांसदों के शपथ ग्रहण में 7 सांसद शामिल नहीं हुए। बुधवार को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होना है, जिसमें एनडीए के उम्मीदवार ओम बिड़ला हैं। जबकि कांग्रेस ने के. सुरेश को चुनाव में उतारा है। लेकिन इस चुनाव में शपथ नहीं लेने वाले सांसद शामिल नहीं हो सकेंगे। शपथ नहीं लेने वाले सांसदों में अमृतपाल सिंह और रशीद इंजीनियर जेल में हैं। कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने भी शपथ नहीं ली है।