कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बिहार दौरा गुरुवार को चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने पटना के सिटी सेंटर INOX थिएटर में 400 सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ 2 घंटे 9 मिनट तक ‘फुले’ फिल्म देखी, जो सामाजिक न्याय और पिछड़े वर्गों की आवाज पर केंद्रित है। इसके बाद मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां पिछड़े वर्गों और दलित छात्रों से संवाद करने आया था, लेकिन मुझे रोका गया। फिर भी हो गया हमारा काम।
‘फुले’ मूवी शो बना राजनीतिक और सामाजिक एकजुटता का प्रतीक
सिटी सेंटर के INOX थिएटर में दोपहर 2:20 बजे से लेकर 5:20 बजे तक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन हुआ। शो के लिए 400 टिकट बुक किए गए और स्पेशल पास भी बांटे गए जिन पर राहुल गांधी की तस्वीर के साथ उन्हें “सामाजिक न्याय का नायक” बताया गया। पास पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम की फोटो भी थी। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं को ही एंट्री दी गई थी, लेकिन सबसे खास बात यह रही कि राहुल गांधी ने प्रदेशभर से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ फिल्म देखी।
दरभंगा में प्रशासनिक रोक, फिर भी पहुंचे अंबेडकर छात्रावास
पटना से दरभंगा पहुंचे राहुल गांधी का अगला पड़ाव NSUI द्वारा आयोजित ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम था। हालांकि जिला प्रशासन ने छात्रावास में कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी। फिर भी राहुल गांधी अंबेडकर छात्रावास पहुंचे, मंच से छात्रों को संबोधित किया और डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लहराकर एक प्रतीकात्मक संदेश दिया। उनका भाषण सिर्फ 12 मिनट का रहा, लेकिन इसका असर गहरा रहा। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ संवाद उनका मकसद था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की।
अब बढ़ सकता है विवाद, प्रशासन ने दी कार्रवाई की चेतावनी
दरभंगा के डीएम राजीव रौशन ने कहा कि राहुल गांधी ने CRPC की धारा 163 का उल्लंघन किया है और इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि किसी भी छात्रावास में राजनीतिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाती है। हालांकि राहुल गांधी की ओर से कहा गया कि उन्हें टाउन हॉल में कार्यक्रम करने की अनुमति दी गई थी।