लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) में पांच चरणों के मतदान हो गए हैं। अभी दो चरणों के मतदान बाकी है। अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। सभी दलों ने बड़े बड़े स्टार प्रचारकों से रैलियां कराई। इधर, बिहार में भी 26 सीटों पर लड़ रही बीजेपी अपने अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर पीएम मोदी, होम मिनिस्टर अमित शाह, डिफेन्स मिनिस्टर राजनाथ सिंह और कई सेंट्रल मिनिस्टर और अन्य राज्यों के सीएम तक से प्रचार करवा रही है। बीजेपी के ये नेता मंत्री न सिर्फ अपनी पार्टी के प्रत्याशी का प्रचार करने आ रहे बल्कि सहयोगी दलों के प्रत्याशियों के लिए भी खूब मेहनत कर रहे हैं।
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लेकिन वहीं कांग्रेस की स्थिति बिल्कुल अलग है। बिहार में कांग्रेस के प्रत्याशी गांधी चेहरे के बिना ही काम चला रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बात छोड़ दें तो यहां कांग्रेस के कोई बड़े नेता भी किसी चुनाव प्रचार में नहीं दिख रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और सलमान खुर्शीद भी पटना से आगे नहीं बढ़ पाए। इन दोनों नेताओं ने भी सिर्फ प्रेस कांफ्रेंस कर खानापूर्ति कर दी है। वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी झारखंड तक में प्रचार करने आ जाती हैं लेकिन बिहार से दूरी बना रही हैं।
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अब तक हुए पांच चरणों के चुनाव में कांग्रेस को मिली नौ सीटों में पांच पर मतदान हो चुके हैं। इन पांच प्रत्याशियों में इकलौते भागलपुर सीट पर ही राहुल गांधी प्रचार करने आए थे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार में दो चुनावी सभा की है। अभी बाकी बचे दो चरणों में होने वाले चुनाव में चार सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन इन्हें भी कांग्रेस के किसी बड़े चेहरे की जरूरत महसूस होती नहीं दिख रही है। और न ही अभी तक किसी बड़े नेता के रैली की संभावना दिख रही है। इस कारण बिहार में कांग्रेस के उम्मीदवार अपने चुनाव प्रचार के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के भरोसे ही बैठे हैं।
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कांग्रेस की रैली
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की मात्र पांच रैलियां हुई हैं। वो भी कांग्रेस की सीट पर। इंडिया अलायंस में गठबंधन कर्म का जिम्मा राजद नेता तेजस्वी यादव के कंधे पर है। राहुल गांधी भागलपुर में एक रैली के बाद दोबारा नहीं आए। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दो बार दो-दो रैली करने आए और कांग्रेस की सीट किशनगंज, कटिहार, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर में सभा के बाद लौट गए। जबकि एनडीए कैंप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और योगी आदित्यनाथ की बिहार में अब तक 38 सभा हो चुकी हैं। मोदी 21 मई को चुनाव में सातवीं बार बिहार आए।
पीएम मोदी की रैली
पीएम मोदी ने अब तक बिहार में 12 रैलियां और पटना में भाजपा के लिए एक रोड शो किया है। पीएम मोदी की 12 रैलियों में 6 रैलियां भाजपा उम्मीदवारों के लिए जबकि बाकी 6 सहयोगी दलों के लिए किया।
अमित शाह की रैली
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार में अब तक 8 रैलियां की हैं। इन 8 सभाओं में कटिहार, झंझारपुर और सीतामढ़ी में शाह ने जेडीयू कैंडिडेट के लिए वोट मांगा। शाह ने बेतिया, मधुबनी, उजियारपुर, बेगूसराय और औरंगाबाद में भाजपा उम्मीदवारों के लिए सभा की।
जेपी नड्डा की रैली
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की 7 सभाओं में 3 सभा पार्टी और 4 सहयोगियों के लिए आयोजित हुई। जेपी नड्डा ने भागलपुर, झंझारपुर, शिवहर में जेडीयू, खगड़िया में लोजपा और मुजफ्फरपुर, अररिया और मोतिहारी में भाजपा कैंडिडेट के लिए वोट मांगा।