[Team insider] भाकपा माओवादी संगठन द्वारा गुरुवार को बुलाये गये बंदी का तमाड़, बुंडू, सोनाहातु में व्यापक असर देखा जा रहा है। निजी संस्थान बंद हैं और सरकारी संस्थानों में भी लोगों का आवागमन नहीं के बराबर है। हाईवे पर बंदी का कोई असर नहीं है, बाहर से आने वाले मालवाहक और यात्री गाड़ियां चल रही हैं।
जगह जगह पुलिस बलों की गयी तैनाती
नक्सली बंदी को देखते हुए एनएच 33 पर जगह जगह पुलिस बलों की तैनाती कर दी गयी है और गश्ती वाहन को भी देर रात से ही हाईवे पर गश्ती बढ़ा दी गयी है। बुंडू थानेदार सह इंस्पेक्टर ने बताया कि नक्सली बंदी का कोई असर नहीं है लोग बेखौफ होकर हाईवे पर सफर कर रहे हैं और पुलिस भी पुरी मुस्तैद है।
प्रवक्ता मानस ने प्रेस बयान जारी कर की थी घोषणा
बता दें कि भाकपा माओवादी संगठन के बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश सीमांत रिजनल कमेटी के प्रवक्ता मानस ने प्रेस बयान जारी कर घोषणा की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि रूस साम्राज्यवाद द्वारा यूक्रेन पर बमबारी की जा रही है। वहीं भारत सरकार द्वारा लगातार तीन माह से अब तक नौ बार बिहार के गया, औरंगाबाद सीमा पर स्थित पचरुखिया, दुमुहान के जंगल में और झारखंड के लोहरदगा, गुमला सीमा पर स्थित बुलबुल जंगल में 20 दिनों तक अपने ही देश की जनता पर लगातार की गयी बमबारी के खिलाफ 10 मार्च 2022 को मगध प्रमंडल (बिहार) और उत्तरी और दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल और पलामू प्रमंडल (झारखंड) बंद का आह्वान किया था।