बिहार में जमीन से जुड़े कागजात की समस्याओं को दूर करने के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से राजस्व महाअभियान की शुरुआत की गई है। दरभंगा में विभाग के मंत्री संजय सरावजी ने बताया कि इस अभियान के तहत कर्मियों ने लगभग चार करोड़ जमाबंदी कागज तैयार किया जा चुका है। मंत्री ने कहा कि विभाग का महाभियान प्रारंभ हुआ है। 16 अगस्त से 20 सितंबर तक ये अभियान चलेगा इसमें विशेषकर 4 तरह के मामले देखे जाएंगे। जिनके भी कागजों में त्रुटि है, जिनका पेपर ऑनलाइन नहीं है, या उत्तराधिकार नामांकन हो या परिवार नामांकन हो। इस प्रकार के मामलों की शिकायत ज्यादा मिलती है। इसके लिए घर-घर अमीन और अधिकारी जा रहे हैं और लोगों को जानकारी दी जा रही है।

क्या होगा अभियान के दौरान?
राजस्वकर्मी नागरिकों के घर जाकर ऑनलाइन जमाबंदी की प्रति देंगे और साथ ही मोबाइल नंबर जैसी महत्वपूर्ण जानकारी को भी दर्ज करेंगे। जमाबंदी की प्रति प्राप्त करते समय नागरिकों को रसीद पर हस्ताक्षर करना होगा । इस दौरान यदि किसी जमाबंदी में त्रुटि या अधूरी जानकारी पाई जाती है, तो नागरिक उसी समय आवेदन पत्र और आवश्यक दस्तावेज लगाकर सुधार करा सकेंगे। जिन संपत्तियों के मालिक का निधन हो गया है, उनके उत्तराधिकारियों के नाम पर दाखिल -खारिज का फॉर्म भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसी तरह बंटवारा हो चुकी संपत्तियों के लिए भी अलग फॉर्म उपलब्ध होगा। जिनकी जमाबंदी अभी तक ऑनलाइन नहीं हुई है, वे भी अभियान के दौरान उसका फॉर्म भरकर इसे ऑनलाइन करा सकेंगे।
बिहार में तेज धूप से बढ़ी उमस और गर्मी.. अभी और बढ़ेगा तापमान, जानिए कब मिलेगी राहत
शिविर में क्या-क्या सुविधाऐं मिलेंगी?
हर हलका क्षेत्र में राजस्व कर्मियों की देखरेख में शिविर आयोजित होगा। इन शिविरों में कर्मी लैपटॉप के साथ मौजूद रहेंगे ताकि आवेदन तुरंत ऑनलाइन दर्ज किया जा सके। आवेदन के समय नागरिकों को अपना नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर और पता देना होगा। मोबाइल पर भेजे गए ओटीपी से पुष्टि होने के बाद पंजीकरण बिहारभूमि पोर्टल पर दर्ज हो जाएगा। इसके बाद मोबाइल पर आवेदन संख्या मिलेगी जिससे लोग अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकेंगे। इस दौरान यदि किसी आवेदन में त्रुटि या अधूरा दस्तावेज पाया गया तो उसे लौटाया जाएगा। नागरिक लॉगिन कर उसमें सुधार करके दोबारा जमा कर सकेंगे।






















