भागलपुर जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक रीतलाल यादव की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें सोमवार को मायागंज स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह अभी भी कैदी वार्ड में इलाजरत हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक, दानापुर से विधायक यादव ने 26 जून से अनशन शुरू कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने खाना-पानी तक छोड़ दिया। इसी वजह से उनका ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल खतरनाक स्तर तक गिर गया।
क्या थी रीतलाल यादव की मांग?
विशेष केंद्रीय कारा के अधीक्षक राजीव झा ने बताया कि यादव जेल में विशेष सुविधाओं की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए थे। उन्हें काफी समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वे नहीं माने। अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने न सिर्फ खाना बंद किया, बल्कि पानी पीना भी छोड़ दिया, जिससे उनकी हालत बिगड़ती चली गई।
पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप
इससे पहले, रीतलाल यादव की पत्नी ने एक वायरल वीडियो में हत्या की साजिश का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि जेल में उनके पति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हालांकि, जेल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यादव की हालत सिर्फ अनशन की वजह से बिगड़ी है।
क्या है रंगदारी केस का मामला?
रीतलाल यादव पर एक बिल्डर कुमार गौरव ने रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की और 17 अप्रैल को यादव ने पटना की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। उनके तीन सहयोगियों—चिक्कू यादव, पिंकू यादव और श्रवण यादव—को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
“मेरी हत्या की साजिश हो रही है”
जेल में बंद होने के बाद यादव ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उनका कहना था कि “मैं राजनीतिक साजिश का शिकार हूं। कुछ अधिकारी मेरे खिलाफ हैं और मुझे खत्म करने की कोशिश की जा रही है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले कई महीनों से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।