बिहार में बीते 24 घंटों में हुई भारी बारिश के चलते राज्य की कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। राजधानी पटना में लगातार बारिश के बाद गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण पटना में कृष्णा घाट, गांधी घाट समेत कई गंगा घाट जलमग्न हो गए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
Bihar Weather: पटना में सुबह से हो रही तेज बारिश.. राजधानी के कई इलाकों में भरा पानी
मौसम विभाग द्वारा रविवार को जारी ताजा बुलेटिन के अनुसार, 2 अगस्त से अब तक पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बक्सर, गयाजी, जहानाबाद, कैमूर, खगड़िया, नालंदा, वैशाली समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। राजधानी पटना में लगातार बारिश के कारण प्रमुख सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए पटना, गयाजी, जमुई, औरंगाबाद, बांका, खगड़िया, वैशाली, समस्तीपुर, शेखपुरा, लखीसराय, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, अरवल तथा नवादा जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
उद्घाटन से चंद महीनों में ही पटना में डबल-डेकर पुल की सड़क हुई डैमेज
जल संसाधन विभाग के अनुसार, राज्य में कई नदियां और नाले उफान पर हैं। नेपाल में भी लगातार बारिश हो रही है, जिससे बिहार की नदियों का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। अब तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, भागलपुर और पटना के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।

जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा, कोसी, सोन, बागमती, गंडक, कमला और अदरवा नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा नदी भागलपुर, पटना के गांधी घाट और हाथीदह में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक पूर्वी चंपारण और कोसी नदी सुपौल व खगड़िया में उफान पर है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी नदियों में जलस्तर पूरे प्रवाह क्षेत्र में बढ़ा है, जिससे किनारे के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। हालांकि, फिलहाल सभी तटबंध सुरक्षित हैं।






















