बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सभी दल अपनी अपनी तैयारी कर रहे हैं और सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज सुबह ही बिहार सरकार को 20 साल पुरानी सरकारी गाड़ी बताया है और कहा है कि अब इसे बदलने की जरूरत है। अब सीवोटर का सर्वे सामने आने के बाद राजद में दुगना उत्साह है। राजद की ओर से एक्स पर जारी पोस्टर में कहा गया है कि बिहार की पहली पसंद तेजस्वी। रोजगार के लिए उम्मीद- तेजस्वी, न्याय की आस- तेजस्वी, सुख-दुःख का साथी- तेजस्वी, दुखियों का सहारा- तेजस्वी, तेजस्वी भवः बिहार। वहीं राबड़ी देवी के एक्स हैंडल से लिखा गया है कि नया बिहार बनाना है।
NDA सरकार की उपलब्धियों में नीतीश का चेहरा गायब.. ‘डबल इंजन’ में सिर्फ भाजपा ?
दरअसल, सीवोटर का जो सर्वे सामने आया है, उसके मुताबिक, बिहार की 41 फीसदी जनता की पसंद तेजस्वी यादव हैं, जबकि सिर्फ 18 फीसदी लोग चाहते हैं कि नीतीश कुमार दोबारा मुख्यमंत्री बनें। सर्वेक्षण के मुताबिक, नीतीश कुमार की लोकप्रियता में भारी गिरावट आई है। 58 प्रतिशत लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता में काफी कमी आई है। सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों की पहली पसंद नीतीश कुमार नहीं हैं।
इस रिपोर्ट की मानें तो आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बिहार में सीएम पद के लिए सबसे पसंदीदा चेहरा बनकर सामने आए हैं। सर्वेक्षण में शामिल लोगों से जब उनकी पहली पसंद के बारे में पूछा गया तो 15 प्रतिशत ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को अपनी पसंद बताया तो 8 प्रतिशत लोगों ने बीजेपी के सम्राट चौधरी और 4 प्रतिशत ने लोक जनशक्तिपार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को मुख्यमंत्री पद के लिए सही माना।
50 प्रतिशत लोग सरकार से नाराज
सबसे खास बात, करीब 50 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे मौजूदा सरकार से नाराज हैं और बदलाव चाहते हैं, जबकि 22 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे नाराज तो हैं, लेकिन बदलाव नहीं चाहते। वहीं, 25 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे न तो नाराज हैं और न ही कोई बदलाव चाहते हैं। हालांकि सर्वे में यह नहीं बताया गया है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटें जीतेगी, लेकिन नीतीश कुमार की घटती लोकप्रियता उनके लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।