बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election) से पहले जनता दल (यूनाइटेड) में सियासी हलचल तेज हो गई है। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह शनिवार को अपने पुराने सहयोगी और मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह के साथ एक ही गाड़ी में बैठकर मोकामा के लिए रवाना हुए। मोकामा पहुंचकर दोनों नेताओं ने रोड शो किया और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। जदयू समर्थकों के बीच इस जोड़ी का एक साथ दिखना उत्साह का कारण बना। कार्यकर्ताओं का मानना है कि अगर दोनों नेता एकजुट होकर काम करें तो मोकामा में पार्टी को मजबूती मिल सकती है।
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बता दें कि 5 अगस्त को पटना हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वे जेल से रिहा हुए और तुरंत चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर दी। उन्होंने साफ कहा कि वे मोकामा से दोबारा चुनाव लड़ेंगे। यह ऐलान जदयू के लिए चुनौती साबित हो सकता है क्योंकि अंदरूनी विरोध पहले से बढ़ा हुआ है। अब मोकामा की जनता के बीच सीधा संवाद और ललन सिंह जैसे बड़े नेता का अनंत सिंह के साथ होना चुनावी गणित को बदल सकता है। इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि पार्टी उन्हें टिकट देने पर विचार कर सकती है।

मुंगेर से सांसद ललन सिंह का अनंत सिंह के साथ सड़क यात्रा करना बिहार चुनावी राजनीति में नया संकेत है। यह सिर्फ दो नेताओं की साझेदारी नहीं बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव के समीकरण का अहम हिस्सा माना जा रहा है। ललन सिंह, जिन्हें राजीव रंजन सिंह के नाम से भी जाना जाता है, लंबे समय से बिहार की राजनीति में सक्रिय हैं। वे JDU के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में केंद्र सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय संभाल रहे हैं। उनका सियासी सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, कभी नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत करने वाले ललन सिंह बाद में फिर से उनके करीब आ गए।






















