बिहार चुनावी सरगर्मी के बीच राजधानी पटना में आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एनडीए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि देश में इस समय विकास नहीं, बल्कि नफरत की राजनीति का दौर चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ही समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा कि “प्रधानमंत्री हों या योगी, दोनों का एजेंडा सिर्फ नफरत फैलाना है। ये लोग रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य की बात नहीं करते, बल्कि जनता को एक-दूसरे से लड़ाने की राजनीति करते हैं।” उन्होंने कहा कि जनता अब इस राजनीति को पहचान चुकी है और बिहार में बदलाव की बयार बह रही है।
“छठ पूजा का अपमान, नकली घाट की राजनीति”
संजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी पर छठ पूजा को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री ने छठ पूजा के नाम पर नकली घाट बनवाकर बिहार की आस्था का मज़ाक उड़ाया है। जो लोग खुद आस्था को दिखावे में बदल दें, वो बिहार के संस्कारों को नहीं समझ सकते।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली में बिहार और पूर्वांचल के लोगों के साथ भेदभाव हुआ है। “दिल्ली में बिहार के लोगों की दुकानें तोड़ी गईं, उनके घरों को नुकसान पहुंचाया गया, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था।” संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हमेशा हर वर्ग के साथ खड़े होकर काम किया है, जबकि भाजपा और उसके सहयोगी दल जनता की समस्याओं से भागते रहे हैं।
रोजगार और विकास पर केंद्र को घेरा
संजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के रोजगार के वादे पर सवाल उठाते हुए कहा कि “दो करोड़ नौकरियों का वादा कहां गया? हर साल रोजगार देने की बात की गई थी, लेकिन युवाओं को सिर्फ बेरोजगारी और निराशा मिली।” उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं को रोजी-रोटी की तलाश में पलायन करना पड़ रहा है, जबकि केंद्र और राज्य की सरकारें सिर्फ भाषण देने में व्यस्त हैं।
“बिहार को नया विकल्प चाहिए”
आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि बिहार अब पुराने गठबंधनों से ऊब चुका है। जनता अब एक ऐसे विकल्प की तलाश में है जो शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर काम करे। उन्होंने कहा कि “आम आदमी पार्टी बिहार में मजबूत विकल्प बनना चाहती है। हमने दिल्ली में मॉडल पेश किया, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे हैं, अब बिहार में बदलाव का समय है।”






















