सरस्वती पूजा के बाद गुरुवार की शाम प्रतिमा विसर्जन के दौरान भालपट्टी ओपी के मुरिया हाट गाछी के पास दो गुटों के बीच विवाद हो गया. इस दौरान वहां जमकर पत्थरबाजी हुई. घटना में डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये. पुलिस के कई जवानों के भी जख्मी हाेने की बात कही जा रही है.
बताया जाता है कि उपद्रवियों ने बगल के कई घरों व दुकानों में भी तोड़फोड़ व लूटपाट की है. फोर ह्विलर व बाइक को क्षतिग्रस्त किया गया है. विसर्जन के लिए जा रही कई प्रतिमाएं टूट गयीं. स्थल पर भालपट्टी ओपी सहित कई थानों की पुलिस पहुंची, वहीं दंगा नियंत्रण बल के साथ बड़ी संख्या में जिला से पुलिस पहुंची. देखते ही स्थल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. जिलाधिकारी राजीव रौशन, एसएसपी रेड्डी आदि कई वरीय पदाधिकारियों को भी पहुंचना पड़ा. काफी मशक्कत के बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया गया. वहां घंटों जाम की स्थिति बनी रही. विधि-व्यवस्था के लिए स्थल पर पुलिस कैंप कर रही है.
बताया जा रहा है कि शाम करीब पांच बजे मुरिया, अदलपुर, मालीटोल व आसपास के कई गांव-टोले की प्रतिमाएं विसर्जन के लिए जुलूस के साथ परंपरागत रूप में मुरिया हाट गाछी की ओर जा रही थीं. स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल इसी मार्ग से प्रतिमा हाट गाछी तक जाती है, पुनः वापस होकर जीवछ नदी में विसर्जित की जाती रही है. कहा जा रहा है कि इसी बीच अनायास ईंट, पत्थर चलने लगा. अफरातफरी का माहौल हो गया. इस दौरान वहां भगदड़ मच गयी.
जुलूस के साथ चल रहे पुलिस के जवानों को भी अपनी जान बचाने के लिए भागना
पड़ा. घटना की सूचना पर जिला से दंगा नियंत्रण बल की बड़ी संख्या में पुलिस वहां पहुंची. उन्हें भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. इधर, डीएम राजीव रौशन एसएसपी से वार्ता के दौरान उपद्रवियों को चिह्नित कर गिरफ्तार किये जाने का आश्वासन मिला. देर शाम करीब नौ बजे मूर्ति को वापस जीवछ घाट के लिये रवाना किया गया. एसएसपी ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है.