रवर्तन निदेशालय (इडी) ने विशेष न्यायालय से सृजन घोटाले की आरोपी और भागलपुर की तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर की संपत्ति को अटैच करने की अनुमति मांगी है। इनमें उनके पति राजेश कुमार चौधरी, पुत्र ऋषिकेश चौधरी और पुत्री राजश्री चौधरी और कौशल किशोर सिन्हा की संपत्ति भी शामिल हैं। यह संपत्ति लगभग 14 करोड़ रुपये आंकी गयी है। इसके लिए इडी ने पटना विशेष न्यायालय में 25 जुलाई को अर्जी दी है। साथ ही सभी आरोपियों के खिलाफ समन जारी करने का आदेश दिया है। अब इनकी कोर्ट में पेशी शुरू होगी।
10 करोड़ 78 लाख की अवैध संपत्ति जब्त कर चुकी है ईडी
इस मामले की जांच करते हुए ईडी पहली बार में इन आरोपियों की 6 करोड़ 84 लाख रुपये की संपत्ति को जब्त की थी। दूसरी बार में इनकी 3 करोड़ 94 लाख रुपये की अवैध संपत्ति का पता चलने पर, इन्हें भी जब्त किया गया। इस तरह ईडी इनकी 10 करोड़ 78 लाख रुपये की अवैध संपत्ति को दो चरणों में जब्त कर चुकी है। इसमें फ्लैट एवं प्लॉट के तौर पर 21 अचल संपत्ति के अतिरिक्त 41 बैंक खातों में जमा 5 करोड़ 5 लाख रुपये से अधिक की राशि एवं 26 लाख रुपये से अधिक की 12 बीमा से जुड़ी पॉलिसी शामिल है। इनके फ्लैट और प्लॉट बड़ी संख्या में भागलपुर और बांका जिले में हैं।
सृजन घोटाला में सरकारी खजाने में सेंधमारी
बता दें कि सृजन घोटाला का 2017 में खुलासा हुआ था। इसके बाद कई सफेदपोशों की हकीकत सामने आयी थी। खुलासा हुआ था संगठित तरीके से सरकारी खजाने में सेंधमारी की गयी थी। इस घोटाले में कई बड़े अधिकारी नप गए। कई बैंककर्मी व बैंक के अधिकारी सलाखों के पीछे भेजे गए। वरीय आइएएस अधिकारी तक इस घोटाले में उलझ गए और जेल के अंदर भेजे गए। वहीं अभी भी इस मामले में छापेमारी जारी ही है। सृजन घोटाले के सबसे बड़े कर्ताधर्ता मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार और बहू प्रिया कुमारी अबतक फरार ही चल रहे हैं।